Ad Image
Ad Image
चुनाव आयोग: EPIC नहीं तो 12 वैकल्पिक ID प्रूफ से कर सकेंगे मतदान || बिहार विधानसभा चुनाव 25 : 121 सीट के लिए अधिसूचना जारी || गाजा युद्ध विराम की निगरानी के लिए 200 अमेरिकी सैनिक होंगे तैनात || इजरायल और हमास ने किए गाजा शांति योजना पर हस्ताक्षर: राष्ट्रपति ट्रंप || टाइफून मातमो तूफान को लेकर चीन में ऑरेंज अलर्ट, सेना तैयार || हमास बंधकों को करेगा रिहा, राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा पर बमबारी रोकने को कहा || पहलगाम हमले के बाद पता चला कौन भारत का असली मित्र: मोहन भागवत || भारत के साथ व्यापार असंतुलन कम करने का अपने अधिकारियों को पुतिन का आदेश || मेक्सिको की राष्ट्रपति शीनबाम की इजरायल से अपील, हिरासत में लिए मेक्सिको के नागरिकों को जल्दी रिहा करें || शास्त्रीय गायक पद्मविभूषण छन्नूलाल मिश्र का मिर्जापुर में निधन, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

इंद्रायणी नदी पर पुल गिरा, कई लापता; रेस्क्यू जारी

नेशनल डेस्क, वेरोनिका राय |

रविवार को महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित इंद्रायणी नदी पर बना एक पुल अचानक ढह गया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। यह हादसा उस वक्त हुआ जब बड़ी संख्या में पर्यटक पुल पर खड़े होकर नदी का नज़ारा ले रहे थे। प्रशासन को आशंका है कि इस हादसे में कई लोग नदी में डूब गए हैं। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।

हादसे का समय और स्थान

यह दर्दनाक घटना रविवार दोपहर लगभग 3:30 बजे घटी, जब लोनावला के पास स्थित इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना पुल भारी दबाव और जर्जर हालत के कारण टूट गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुल पर करीब 15 से 20 लोग मौजूद थे, जो या तो सेल्फी ले रहे थे या नदी की सुंदरता का आनंद ले रहे थे।

डूबने की आशंका

पुल के टूटते ही कई लोग नदी में गिर गए। अब तक 5 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है, जिनमें दो महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। हालांकि, स्थानीय प्रशासन का मानना है कि कम से कम 10 लोग अब भी लापता हैं। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन तेज़ी से चल रहा है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

पुणे के जिला कलेक्टर डॉ. सुहास दिवसे ने मीडिया को बताया कि, “यह पुल काफी पुराना था और हाल ही में इस पर मरम्मत की सिफारिश की गई थी। हमने बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और SDRF (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) को बुलाया है। फिलहाल हमारी प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालना है।”

राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी घटना पर दुख जताते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता दी जाएगी।

तकनीकी कारण या लापरवाही?

प्राथमिक जांच के अनुसार, यह पुल अपनी उम्र पूरी कर चुका था और पिछले कई वर्षों से इसकी स्थिति खराब थी। स्थानीय लोगों ने पहले भी इसकी हालत को लेकर शिकायत की थी, लेकिन प्रशासन ने समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया।

स्थानीय लोगों का गुस्सा

हादसे के बाद इलाके में स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। कई लोगों ने प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए और कहा कि यदि समय पर मरम्मत की गई होती तो यह हादसा टल सकता था।
इंद्रायणी नदी पर हुआ यह हादसा न केवल पर्यटकों के लिए बल्कि पूरे प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि समय रहते जर्जर संरचनाओं की मरम्मत और निरीक्षण बेहद ज़रूरी है। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और सहयोग करें।