
स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार |
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के राजबाग-घाटी क्षेत्र में रविवार को भारी बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि जिले में रातभर हुई मूसलाधार बारिश के चलते सुबह बाढ़ का प्रकोप देखा गया, जिससे कई हिस्से प्रभावित हुए। घाटी के ऊपरी इलाकों में बादल फटने की खबरें भी सामने आई हैं। बाढ़ से घरों और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुँचा, जबकि जंगलोट और आसपास के इलाकों में रेलवे ट्रैक और जम्मू-कठुआ राष्ट्रीय राजमार्ग भी क्षतिग्रस्त हुए। पुराने कठुआ शहर के कई घरों में भी पानी घुस गया।
पुलिस, सेना और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हैं। घायलों को अस्पताल पहुँचाया जा रहा है और हेलीकॉप्टर की मदद से निकासी की जा रही है। घायलों की पहचान करूम बेगम (26), राफिया बेगम (4), अर्शिया बेगम (6), परवीन अख्तर (8), गोगली बेगम (26) और नगीना (3 महीने) के रूप में हुई है।
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक्स पर बताया कि बादल फटने से रेलवे ट्रैक, राष्ट्रीय राजमार्ग और कठुआ पुलिस स्टेशन प्रभावित हुए हैं। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी इस घटना पर शोक जताते हुए कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों को तेज किया गया है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को स्थिति से अवगत कराया और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को प्रभावित इलाकों में राहत व निकासी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 18 अगस्त तक जम्मू, कठुआ, डोडा, किश्तवाड़, पुंछ, राजौरी, रामबन, रियासी, सांबा और उधमपुर में हल्की से मध्यम बाढ़ का खतरा बना रहेगा। अगले तीन दिनों तक भारी बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की आशंका जताई गई है। लोगों को अनावश्यक यात्रा और जलाशयों के पास जाने से बचने की सलाह दी गई है।