Ad Image
Ad Image
चुनाव आयोग: EPIC नहीं तो 12 वैकल्पिक ID प्रूफ से कर सकेंगे मतदान || बिहार विधानसभा चुनाव 25 : 121 सीट के लिए अधिसूचना जारी || गाजा युद्ध विराम की निगरानी के लिए 200 अमेरिकी सैनिक होंगे तैनात || इजरायल और हमास ने किए गाजा शांति योजना पर हस्ताक्षर: राष्ट्रपति ट्रंप || टाइफून मातमो तूफान को लेकर चीन में ऑरेंज अलर्ट, सेना तैयार || हमास बंधकों को करेगा रिहा, राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा पर बमबारी रोकने को कहा || पहलगाम हमले के बाद पता चला कौन भारत का असली मित्र: मोहन भागवत || भारत के साथ व्यापार असंतुलन कम करने का अपने अधिकारियों को पुतिन का आदेश || मेक्सिको की राष्ट्रपति शीनबाम की इजरायल से अपील, हिरासत में लिए मेक्सिको के नागरिकों को जल्दी रिहा करें || शास्त्रीय गायक पद्मविभूषण छन्नूलाल मिश्र का मिर्जापुर में निधन, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

कांग्रेस की सरकार बनी तो लगाएंगे RSS पर बैन: प्रियंक खड़गे

नेशनल डेस्क, श्रेयांश पराशर|

कांग्रेस की सरकार बनी तो लगाएंगे RSS पर बैन: प्रियंक खड़गे 

कर्नाटक सरकार के मंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियंक खड़गे ने एक विवादित बयान देकर सियासी हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। इस बयान को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच तीखी बयानबाज़ी शुरू हो गई है।

कर्नाटक में कांग्रेस और  बीजेपी के बीच जारी जुबानी जंग ने नया मोड़ ले लिया है। राज्य सरकार में मंत्री प्रियंक खड़गे ने एक बयान में कहा कि अगर केंद्र में कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर बैन लगाएगी। उन्होंने RSS की विचारधारा को समानता और आर्थिक समता के खिलाफ बताते हुए कहा कि कांग्रेस शुरू से ही संघ के सिद्धांतों का विरोध करती रही है और भविष्य में भी करती रहेगी।

प्रियंक खड़गे ने दावा किया कि इतिहास में कांग्रेस ने पहले भी दो बार आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था और उन्हें अफसोस है कि बाद में वह बैन हटा लिया गया। उन्होंने RSS को धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद के विरुद्ध बताते हुए कहा कि संगठन की गतिविधियाँ लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ हैं।

प्रियंक के इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने खड़गे के बयान को “खाली बर्तन की आवाज़” करार देते हुए कहा कि कांग्रेस पहले अपने अस्तित्व को लेकर चिंतित हो। उन्होंने आरएसएस को देशभक्त संगठन बताया और पूछा कि क्या कांग्रेस का खुद का कोई भविष्य भी है?

इस तरह आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की बात ने कर्नाटक की सियासत को गरमा दिया है और यह मुद्दा अब राष्ट्रीय राजनीति में भी बहस का कारण बनता जा रहा है।