
विदेश डेस्क, ऋषि राज |
कॉमेडियन कपिल शर्मा को खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की धमकी, कनाडा स्थित कैफे पर हुई फायरिंग के बाद बढ़ा तनाव
भारतीय हास्य कलाकार और टेलीविज़न होस्ट कपिल शर्मा को खालिस्तानी आतंकी संगठन "सिख फॉर जस्टिस" (SFJ) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा धमकी मिलने के बाद देश-विदेश में हड़कंप मच गया है। यह धमकी कपिल शर्मा के कनाडा स्थित रेस्टोरेंट 'कैप्स कैफे' पर हुई फायरिंग की घटना के बाद सामने आई है। तीन दिन पहले ब्रिटिश कोलंबिया के सुर्री शहर में स्थित कैफे पर रात करीब 9 बजे अज्ञात हमलावरों ने नौ राउंड फायरिंग की थी। इस हमले में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है, लेकिन संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है।
इस घटना के पीछे खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़े हरजीत सिंह लड्डी का नाम सामने आया है, जो कि भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल है। लड्डी ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि यह हमला 'हिंदुत्व विचारधारा' को कनाडा में फैलाने की कोशिश के खिलाफ था।
फायरिंग के तुरंत बाद गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने कपिल शर्मा को खुली धमकी देते हुए कहा, "कनाडा तुम्हारा खेल का मैदान नहीं है। अपने खून की कमाई हिंदुस्तान वापस ले जाओ।" पन्नू ने कपिल पर आरोप लगाया कि वह हिंदुत्व एजेंडा को विदेशों में फैलाने की कोशिश कर रहे हैं और इसी कारण उन्होंने कनाडा में कैफे की शुरुआत की।
पन्नू ने कपिल शर्मा के 'मेरा भारत महान' जैसे बयानों को भी निशाने पर लेते हुए सवाल किया कि अगर भारत इतना महान है तो वह अपने देश में क्यों नहीं निवेश कर रहे हैं। पन्नू ने कहा कि कनाडा में हिंदुत्व एजेंडे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कपिल जैसे लोगों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
कपिल शर्मा की ओर से इस पर अब तक कोई व्यक्तिगत प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन उनके कैफे 'कैप्स' की ओर से एक आधिकारिक इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए कहा गया, "हम इस सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हार नहीं मानेंगे। यह संघर्ष है, और हम इस डर के आगे नहीं झुकेंगे।"
घटना के बाद मुंबई में स्थित कपिल शर्मा के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। महाराष्ट्र पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने कपिल की सुरक्षा का पुनर्मूल्यांकन करते हुए उन्हें वाई-प्लस श्रेणी की अस्थायी सुरक्षा देने पर विचार शुरू कर दिया है।
विदेशी धरती पर भारतीय मूल के लोगों और उनके व्यवसायों को निशाना बनाए जाने की यह कोई पहली घटना नहीं है। पिछले कुछ महीनों में कनाडा, अमेरिका और ब्रिटेन में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां खालिस्तानी विचारधारा से जुड़े तत्व भारतीय नागरिकों या उनके प्रतीकों को धमकी या नुकसान पहुंचा चुके हैं।
भारत सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और कनाडा सरकार से इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत के नागरिकों और उनके हितों की सुरक्षा विदेशों में भी सुनिश्चित की जाएगी और इस तरह की आतंकी गतिविधियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।