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ट्रंप का 'मेगा बिल' अमेरिकी संसद में अंतिम वोटिंग की ओर, रातभर चली बैठकें

विदेश डेस्क, ऋषि राज ।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित टैक्स और खर्च से जुड़ा मेगा बिल अब अंतिम वोटिंग की ओर बढ़ रहा है। अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (निचला सदन) में इस बिल पर समर्थन जुटाने के लिए बुधवार रात रातभर बैठकें होती रहीं।

इस महत्वपूर्ण बिल को ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की रीढ़ कहा जा रहा है। हालांकि यह बिल डेमोक्रेट्स ही नहीं बल्कि खुद ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के कई सांसदों की नाराज़गी का भी शिकार हो रहा है।

बिल में क्या है खास?

यह व्यापक विधेयक टैक्स में कटौती, सरकारी खर्च, हेल्थकेयर में बदलाव और राष्ट्रीय रक्षा बजट जैसी कई अहम नीतियों को समेटे हुए है। ट्रंप इसे अमेरिका की आर्थिक प्रगति के लिए जरूरी बता रहे हैं।

सीनेट में पास हुआ, अब हाउस में चुनौती

मंगलवार को बिल सीनेट (उच्च सदन) में बेहद कम बहुमत से पास हुआ।

उप-राष्ट्रपति जेडी वांस को टाई-ब्रेकिंग वोट देना पड़ा।

अब बिल को अंतिम रूप देने के लिए हाउस में पास होना जरूरी है।

हाउस ने मई में इस बिल के पहले संस्करण को सिर्फ एक वोट के बहुमत से पास किया था, लेकिन नया संशोधित संस्करण रिपब्लिकन सांसदों के बीच ही असंतोष पैदा कर रहा है।

 

बिल पर क्यों है विरोध?

1. राष्ट्रीय घाटा:

सीबीओ के अनुसार यह बिल आने वाले 10 वर्षों में अमेरिकी घाटे को $3.3 ट्रिलियन तक बढ़ा सकता है। इससे रिपब्लिकन पार्टी के फिस्कल हॉक नाराज़ हैं।

 

2. हेल्थकेयर और सामाजिक योजनाओं में कटौती:

सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में भारी कटौती का विरोध किया जा रहा है।

 

3. एलन मस्क का विरोध:

ट्रंप के पूर्व सलाहकार और सहयोगी एलन मस्क ने बिल के खिलाफ तीखा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह बिल अमेरिका को कर्ज में डुबो देगा।

रातभर चला लॉबिंग अभियान

बुधवार देर रात ट्रंप और उनके सहयोगी सांसदों ने व्हाइट हाउस में बैठकें कीं और फोन कॉल्स के जरिए विरोधियों को मनाने की कोशिश की।

हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने बिल को फ्लोर पर लाने के लिए प्रक्रियात्मक वोट कराया, जो कई घंटे बाद पास हो गया — इसे ट्रंप खेमे की सफलता माना जा रहा है।

ट्रंप की अपील और चेतावनी

ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा: "सदन आज रात मतदान के लिए तैयार है" "रिपब्लिकन बड़े पैमाने पर विकास के लिए एकजुट हैं"

उन्होंने कहा कि बिल से अमेरिका को आर्थिक उछाल मिलेगा, और उन्होंने 4 जुलाई तक बिल पर हस्ताक्षर की डेडलाइन दी है।

साउथ कैरोलिना से सांसद राल्फ नॉर्मन ने कहा:

"मुझे इस बिल से समस्या है। मैं तब तक वोट नहीं दूंगा जब तक हर कोई संतुष्ट नहीं होता।"

उनके मुताबिक अब भी 25 रिपब्लिकन सांसद बिल के खिलाफ हैं, जबकि हाउस में सिर्फ 3 वोटों का नुकसान भी बिल को फेल कर सकता है।

क्या होगी अगली रणनीति?

अब यह देखना अहम होगा कि:

  • ट्रंप विरोधी रिपब्लिकन अंततः झुकेंगे या नहीं।
  • क्या बिल ट्रंप की समयसीमा (4 जुलाई) से पहले पास हो पाएगा।
  • क्या बिल में नए संशोधन लाकर विरोध कम किया जा सकता है।

ट्रंप का यह मेगा-बिल उनकी दूसरी पारी का सबसे बड़ा आर्थिक व राजनीतिक दांव बन गया है। यह बिल केवल टैक्स और खर्च से जुड़ा नहीं, बल्कि यह रिपब्लिकन पार्टी की एकता, ट्रंप की पकड़, और अमेरिकी वित्तीय भविष्य का भी अग्निपरीक्षा है। आने वाले 24 घंटे अमेरिकी राजनीति के लिए निर्णायक हो सकते हैं।