नेशनल डेस्क, नीतीश कुमार।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और न्यूयॉर्क के मेयर ज़ोहरान मामदानी की मुलाकात पर अपनी प्रतिक्रिया दी। न्यूयॉर्क मेयर चुनाव के दौरान दोनों नेताओं के बीच तीखे हमले हुए थे, लेकिन शुक्रवार को व्हाइट हाउस में हुई उनकी मुलाकात बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। इसी मुलाकात के एक वीडियो क्लिप को साझा करते हुए थरूर ने कहा कि लोकतंत्र का संचालन इसी तरह होना चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे चाहते हैं कि भारत में भी ऐसा वातावरण बन सके।
थरूर ने एक्स पर लिखा, "चुनावों में अपने दृष्टिकोण के लिए जोश के साथ लड़ें। बिना किसी अलंकारिक रोक के विरोध किया। लेकिन एक बार जब चुनाव खत्म हो जाए और जनता अपना फैसला सुना चुकी हो तो उस राष्ट्र के सामान्य हित में एक-दूसरे के साथ सहयोग करना सीखें। जनता की सेवा करने के लिए आप दोनों प्रतिबद्ध हैं।" उन्होंने आगे कहा कि भारत में भी वे इसी तरह की व्यवस्था बनाने के लिए प्रयासरत हैं।
ट्रंप ने मेयर मामदानी की तारीफ की
ओवल ऑफिस में मीडिया से बातचीत के बाद ट्रंप ने मुलाकात को बेहद उत्पादक बताया और उम्मीद जताई कि न्यूयॉर्क को एक अच्छा मेयर मिलेगा। उन्होंने मामदानी की सराहना करते हुए कहा कि डेमोक्रेट नेता अच्छा प्रदर्शन करेंगे और कुछ रूढ़िवादी लोगों को चौंका सकते हैं।
जब एक रिपोर्टर ने मामदानी से पूछा कि क्या वे ट्रंप को फासीवादी मानने की बात की पुष्टि करेंगे, तो ट्रंप ने हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा कि मेयर चाहें तो "हां" कह सकते हैं। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, "यह ठीक है। आप कह सकते हैं। यह समझाने से आसान है। मुझे कोई आपत्ति नहीं है।"
थरूर की पूर्व टिप्पणियों पर भी उठा था विवाद
इससे पहले भी थरूर की कुछ बातें कांग्रेस के भीतर बहस का कारण बनी थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने एक्स पर लिखा था कि पीएम मोदी का रामनाथ गोयनका व्याख्यान आर्थिक दिशा और सांस्कृतिक संदेश दोनों प्रदान करता है। उन्होंने कहा था कि बुखार और खांसी के बावजूद वे भाषण के दौरान मौजूद रहकर प्रसन्न थे।
उनकी इस टिप्पणी का कांग्रेस के भीतर विरोध हुआ था। संदीप दीक्षित ने उन्हें पाखंडी कहा था, जबकि सुप्रिया श्रीनेत ने कहा था कि उन्हें पीएम के भाषण में तारीफ योग्य कुछ भी नहीं मिला।







