
विदेश डेस्क, ऋषि राज |
दक्षिण अफ्रीका ने रचा इतिहास, 27 साल बाद पहली बार जीता ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप
दक्षिण अफ्रीका ने शनिवार को लॉर्ड्स मैदान पर खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर इतिहास रच दिया। यह पहली बार है जब दक्षिण अफ्रीका ने कोई ICC वर्ल्ड टेस्ट खिताब अपने नाम किया है। इस जीत के साथ ही टीम ने 27 साल का सूखा खत्म किया है।
1998 में नॉकआउट ट्रॉफी जीतने के बाद से दक्षिण अफ्रीका कभी कोई बड़ी ICC ट्रॉफी नहीं जीत सका था, लेकिन इस जीत ने उस इंतजार को समाप्त कर दिया। कप्तान टेम्बा बावुमा की अगुवाई में टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विरोधी टीम को 355 रन के लक्ष्य का पीछा नहीं करने दिया और 76 रनों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
पहली पारी में मार्करम की शतकीय पारी
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 295 रन बनाए। सलामी बल्लेबाज एडेन मार्करम ने शानदार 112 रन की पारी खेली। जवाब में विरोधी टीम मात्र 210 रन पर सिमट गई। तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा ने 5 विकेट लेकर उन्हें बैकफुट पर ला दिया।
दूसरी पारी में बढ़त मजबूत की
दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी में संयमित बल्लेबाजी करते हुए 270 रन बनाए और कुल 354 रन की बढ़त बनाई। कप्तान बावुमा ने 68 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसके बाद रबाडा और एनरिक नॉर्खिया की घातक गेंदबाज़ी के आगे विपक्षी टीम 278 रनों पर सिमट गई।
रबाडा बने मैन ऑफ द मैच
मैच में कुल 9 विकेट लेने वाले कगिसो रबाडा को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया। नॉर्खिया ने भी निर्णायक भूमिका निभाते हुए 7 विकेट चटकाए। बल्लेबाज मार्करम और बावुमा ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
बावुमा ने भावुक होकर दी श्रद्धांजलि
कप्तान टेम्बा बावुमा ने जीत के बाद कहा, “यह जीत सिर्फ हमारे लिए नहीं, बल्कि उन दिग्गज खिलाड़ियों के लिए भी है जिन्होंने कभी ट्रॉफी नहीं जीती – जैसे एबी डिविलियर्स,डेल स्टेन, जैक्स कैलिस और ग्रेम स्मिथ। आज हमने उनका सपना पूरा किया।”
देशभर में खुशी की लहर
दक्षिण अफ्रीका की इस ऐतिहासिक जीत के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल है। राष्ट्रपति ने टीम को बधाई दी और एक दिन की राष्ट्रीय छुट्टी की घोषणा की।
दक्षिण अफ्रीका की यह जीत न केवल एक ट्रॉफी है, बल्कि वर्षों के संघर्ष, धैर्य और मेहनत की पहचान है। यह साबित करता है कि कभी न हार मानने वाले को अंततः सफलता जरूर मिलती है।