
नेशनल डेस्क, श्रेया पांडेय |
दिल्ली में इस बार छठ पर्व को भव्य तरीके से मनाने की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया है कि दिल्ली में लगभग 1000 से अधिक स्थानों पर छठ पर्व मनाया जाएगा, जो अब तक का सबसे व्यापक आयोजन होगा। यमुना घाटों समेत पांच जगहों पर विशेष इंतजाम किए जाएंगे, जिनमें द्वारका, हाथी घाट, पीतमपुरा और सोनिया विहार शामिल हैं।
दिल्ली सरकार ने छठ पूजा के लिए राजधानी में 1,000 से अधिक स्थलों को चिन्हित किया है। मंत्री कपिल मिश्रा ने तैयारियों की समीक्षा बैठक में बताया कि यमुना घाटों समेत द्वारका, सोनीया विहार और पीतमपुरा में विशेष इंतजाम किए जाएंगे। सरकार यमुना नदी के किनारे 17 मॉडल छठ घाट बना रही है, जिनमें सभी आवश्यक सुविधाएं होंगी - जैसे साफ पानी, रोशनी, सुरक्षा व्यवस्था और मंच सज्जा।
छठ पर्व की सांस्कृतिक महत्ता पर बोलते हुए रेखा गुप्ता ने कहा कि यह पर्व न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक एकता और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक भी है। "छठ हमें अनुशासन, समर्पण और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता सिखाता है," उन्होंने कहा। मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली के सभी जिलों में कम से कम एक मॉर्डन छठ घाट विकसित किया जाएगा। इन घाटों पर श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए आकर्षक फूलों के गेट, रंगीन रोशनी और सजावट की जाएगी।
सरकार की ओर से छठ व्रतियों के लिए चाय और पानी की व्यवस्था भी की जा रही है ताकि व्रती और उनके परिवार को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मुख्यमंत्री ने कहा, "हम चाहते हैं कि कोई भी व्रती या श्रद्धालु असुविधा महसूस न करे। सरकार हर स्तर पर मदद करेगी।"
छठ पर्व के दौरान सांस्कृतिक माहौल को जीवंत बनाने के लिए सरकार की ओर से विशेष कार्यक्रमों की भी योजना बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार 200 से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा जिनमें मैथिली, भोजपुरी और मगही भाषा के लोकगीत, नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियां शामिल होंगी.