Ad Image
Ad Image
चुनाव आयोग: EPIC नहीं तो 12 वैकल्पिक ID प्रूफ से कर सकेंगे मतदान || बिहार विधानसभा चुनाव 25 : 121 सीट के लिए अधिसूचना जारी || गाजा युद्ध विराम की निगरानी के लिए 200 अमेरिकी सैनिक होंगे तैनात || इजरायल और हमास ने किए गाजा शांति योजना पर हस्ताक्षर: राष्ट्रपति ट्रंप || टाइफून मातमो तूफान को लेकर चीन में ऑरेंज अलर्ट, सेना तैयार || हमास बंधकों को करेगा रिहा, राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा पर बमबारी रोकने को कहा || पहलगाम हमले के बाद पता चला कौन भारत का असली मित्र: मोहन भागवत || भारत के साथ व्यापार असंतुलन कम करने का अपने अधिकारियों को पुतिन का आदेश || मेक्सिको की राष्ट्रपति शीनबाम की इजरायल से अपील, हिरासत में लिए मेक्सिको के नागरिकों को जल्दी रिहा करें || शास्त्रीय गायक पद्मविभूषण छन्नूलाल मिश्र का मिर्जापुर में निधन, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

धनखड़ के इस्तीफे से BJP असमंजस में, राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव फिर लटका

नेशनल डेस्क , श्रेयांश पराशर |

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे से भारतीय जनता पार्टी की संगठनात्मक रणनीति पर असर पड़ा है। अब पार्टी को नए उपराष्ट्रपति के साथ-साथ नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की चुनौती भी झेलनी पड़ रही है।

भारतीय जनता पार्टी (BJP) इस समय एक असमंजस की स्थिति में फंसी हुई है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे ने न सिर्फ पार्टी नेतृत्व को चौंकाया, बल्कि इससे संगठन के स्तर पर भी बड़ी उथल-पुथल मच गई है। पार्टी पहले ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन को लेकर भीतरखाने मंथन कर रही थी और अब उपराष्ट्रपति पद को भरने की जिम्मेदारी भी सामने आ गई है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर पहले से चल रही चर्चाएं अब एक बार फिर ठंडी पड़ गई हैं। कई राज्यों में अध्यक्षों की नियुक्तियां अटकी पड़ी हैं, जिससे संगठनात्मक कार्यों पर असर पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक जैसे बड़े राज्यों में अभी तक अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो सका है, जिससे वहां के कार्यकर्ताओं को असमंजस की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।

फिलहाल मानसून सत्र के दौरान किसी बड़े संगठनात्मक फैसले की संभावना कम नजर आ रही है। इसके बाद बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो जाएंगी, जिससे पार्टी की प्राथमिकता बदल सकती है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए जिन नामों की चर्चा है, उनमें धर्मेंद्र प्रधान, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर और भूपेंद्र यादव जैसे दिग्गज शामिल हैं। इनमें से कुछ नेता संगठनात्मक अनुभव के आधार पर मजबूत माने जा रहे हैं, जबकि कुछ का नाम सामाजिक और राजनीतिक संतुलन को ध्यान में रखकर उभरा है।

इस पूरे घटनाक्रम ने BJP के संगठनात्मक ढांचे को एक बार फिर अनिश्चितता में डाल दिया है।