
रिपोर्ट: श्रेयांश पराशर
लोकसभा 2024 से पहले सीट बंटवारे व तालमेल पर मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री की अहम बातचीत
पटना: पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की बंद-दरवाज़ा बैठक ने बिहार की चुनावी बिसात को नई दिशा दे दी है। सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं ने सीट बंटवारे, साझा चुनाव अभियान और गठबंधन समन्वय जैसे मुद्दों को प्राथमिकता देते हुए लोकसभा 2024 की तैयारी का खाका खींचा।
जनवरी 2024 में एनडीए में वापसी के बाद यह नीतीश कुमार का चिराग पासवान के साथ पहला विस्तृत संवाद माना जा रहा है। बैठक में जेडीयू ने लोजपा(रामविलास) को जमुई व हाजीपुर जैसी ‘प्रेस्टिज सीट’ देने का संकेत देते हुए 2019 में लोजपा की सौ फीसदी सफलता दर को भुनाने की रणनीति रखी। बदले में चिराग ने वैशाली जैसे विवादित क्षेत्रों पर लचीला रुख दिखाया, जिसे जेडीयू लंबे समय से अपना मजबूत गढ़ मानती है। साथ ही, दोनों नेताओं ने जिला-स्तरीय संघर्ष से बचने के लिए एक ‘समन्वय समिति’ बनाने पर सहमति जताई, ताकि भाजपा, जेडीयू और लोजपा कार्यकर्ताओं के बीच तालमेल सुनिश्चित हो सके। यह साझा मंच विपक्ष के ‘अस्थिर गठबंधन’ आरोपों को काटने और विकास + सामाजिक संतुलन के एनडीए नैरेटिव को मजबूत करने की कवायद भी है। आधिकारिक सीट बंटवारे की घोषणा अगले महीने अपेक्षित है, लेकिन आज की बैठक ने सौदेबाज़ी की लय तय कर दी है।