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नेपाल में बवाल: सोशल मीडिया बैन पर हिंसक प्रदर्शन, PM ओली ने दिया इस्तीफ़ा

अंतरराष्ट्रीय डेस्क, वेरोनिका राय |

नेपाल में बवाल: सोशल मीडिया बैन पर हिंसक प्रदर्शन, पीएम ओली ने दिया इस्तीफ़ा, भारत ने जारी की एडवाइजरी

नेपाल में हालात हर गुजरते दिन के साथ बिगड़ते जा रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर बैन लगाने के फैसले ने देशभर में व्यापक विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया, जो अब हिंसक रूप ले चुका है। ताज़ा घटनाक्रम में नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। इससे पहले गृह मंत्री भी इस्तीफ़ा दे चुके थे। मीडिया रिपोर्ट्स में राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के इस्तीफ़े की भी खबरें सामने आई हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।

सोशल मीडिया बैन बना हिंसा की वजह

नेपाल सरकार ने हाल ही में फेसबुक, एक्स (Twitter), यूट्यूब समेत 26 सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर बैन लगाने का फैसला किया था। सरकार का तर्क था कि ये कंपनियां देश में कानूनी पंजीकरण नहीं करा रही हैं और कई बार नोटिस देने के बावजूद नियमों का पालन नहीं कर रहीं। इस फैसले के बाद आम नागरिकों और युवाओं में गुस्सा फूट पड़ा। विरोध प्रदर्शन धीरे-धीरे पूरे देश में फैल गया और देखते ही देखते हिंसक हो गया।

हिंसा में अब तक 22 की मौत

हिंसक विरोध प्रदर्शनों में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि सैकड़ों लोग घायल हैं। प्रदर्शनकारियों ने कई सरकारी दफ्तरों, नेताओं के घरों और संसद भवन में आगजनी की है। पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के कार्यालय पर भी भीड़ ने हमला किया। राजधानी काठमांडू समेत कई बड़े शहरों में स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है।

 पूर्व पीएम की पत्नी को जिंदा जलाया

सबसे दर्दनाक घटना पूर्व प्रधानमंत्री झालानाथ खनल के घर पर हुई। प्रदर्शनकारियों ने उनकी पत्नी राज्यलक्ष्मी चित्रकार को घर में बंद कर आग लगा दी। यह घटना काठमांडू के दल्लू इलाके की है। परिवार के लोगों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन वे गंभीर रूप से जल गईं। उन्हें तुरंत कीर्तिपुर बर्न अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस घटना ने पूरे नेपाल को झकझोर दिया है।

सरकार ने बैन वापस लिया, लेकिन हिंसा जारी

बढ़ते दबाव और हिंसा को देखते हुए नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया बैन का फैसला वापस ले लिया है। लेकिन इसके बावजूद विरोध प्रदर्शनों का उग्र रूप थम नहीं रहा। लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं और सरकारी संपत्तियों को निशाना बना रहे हैं।

भारत सरकार ने जारी की एडवाइजरी

नेपाल में लगातार बिगड़ते हालातों को देखते हुए भारत सरकार ने अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर एडवाइजरी जारी की है। विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे फिलहाल नेपाल की यात्रा न करें। साथ ही जो भारतीय नागरिक पहले से नेपाल में मौजूद हैं, उन्हें सलाह दी गई है कि वे अपने निवास स्थान पर ही रहें, सड़कों पर निकलने से बचें और पूरी सावधानी बरतें।

नेपाल राजनीतिक संकट की चपेट में

विशेषज्ञों का कहना है कि नेपाल इस समय गंभीर राजनीतिक संकट से गुजर रहा है। सरकार के कई शीर्ष नेताओं के इस्तीफ़े के बाद सत्ता का शून्य पैदा हो गया है। हिंसक विरोध प्रदर्शनों ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है। सवाल यह है कि क्या नेपाल सरकार हालात को काबू में ला पाएगी या यह संकट और गहराएगा।