
स्टेट डेस्क, वेरोनिका राय |
पटना, बिहार की राजधानी, एक बार फिर अवैध हथियारों की तस्करी के खुलासे से दहल गई है। पिछले एक सप्ताह में दूसरी बार भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है, जिससे सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ गए हैं। पुलिस और बिहार एसटीएफ (STF) ने मिलकर दो अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से रायफल, पिस्टल, मैगजीन, जिंदा कारतूस और बम बनाने की सामग्री बरामद हुई है। अधिकारियों का मानना है कि ये हथियार किसी बड़ी आपराधिक या आतंकी साजिश का हिस्सा हो सकते हैं।
पहली बड़ी कार्रवाई: चौक थाना क्षेत्र में पुलिस की सफलता
चौक थाना क्षेत्र के चमडोरिया कैमासिकोह इलाके में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर देर रात छापेमारी की। इस कार्रवाई में पुलिस ने 9 संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जिनके पास से 5 रायफल, 2 पिस्टल, 3 मैगजीन और 25 जिंदा कारतूस मिले।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पकड़े गए अपराधी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। प्राथमिक जांच से यह भी संकेत मिला है कि ये लोग एक संगठित नेटवर्क से जुड़े हैं, जो बिहार समेत अन्य राज्यों में हथियारों की तस्करी में शामिल है। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हथियार कहां से लाए गए और इन्हें किस उद्देश्य से इस्तेमाल किया जाना था।
दूसरी कार्रवाई: शाहपुर थाना क्षेत्र में STF की छापेमारी
वहीं, दूसरी बड़ी कार्रवाई शाहपुर थाना क्षेत्र के अग्रहा होम्स, सरारी के फ्लैट नंबर 607 में हुई। बिहार STF ने इस फ्लैट में देर रात छापेमारी कर अवैध हथियार, गोला-बारूद और बम बनाने की सामग्री बरामद की।
जांच में यह खुलासा हुआ कि फ्लैट का किरायेदार स्थानीय निवासी था, जिसे बिना पुलिस वेरीफिकेशन के फ्लैट दिया गया था। यह बात सामने आई है कि इस फ्लैट में पिछले कुछ समय से संदिग्ध गतिविधियाँ चल रही थीं।
एसटीएफ अधिकारियों का कहना है कि बरामद हथियार और सामग्री किसी बड़े अपराध या आतंकी गतिविधि की तैयारी का हिस्सा हो सकती है। फिलहाल जब्त सभी वस्तुओं को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
पुलिस की जांच और आगे की रणनीति
पटना पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम अब गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ कर उनके नेटवर्क का पूरा खाका तैयार कर रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन गिरफ्तारियों से राजधानी में सक्रिय अपराधियों के नेटवर्क को बड़ी चोट पहुंची है। अब यह जांच की जा रही है कि यह गिरोह स्थानीय है या किसी बाहरी संगठन से जुड़ा हुआ है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गुप्त सूचना तंत्र को और मजबूत किया जा रहा है ताकि ऐसे नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जा सके। साथ ही राजधानी के सभी थानों को सतर्क रहने और संदिग्ध इलाकों में लगातार निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और जनता की भूमिका
लगातार हथियारों की बरामदगी से राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। पिछले कुछ महीनों से पटना और उसके आसपास के इलाकों में अपराध और तस्करी की घटनाएं बढ़ी हैं। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि राजधानी में अपराधियों का नेटवर्क सक्रिय है, जो बाहरी राज्यों से हथियार मंगवाकर स्थानीय अपराधियों को सप्लाई कर रहा है। पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे अपने आसपास किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। इससे अपराध रोकने और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने में मदद मिलेगी।
राजधानी में बढ़ती चिंता
लगातार हो रही हथियारों की बरामदगी से राजधानी पटना में दहशत और असुरक्षा का माहौल है। लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि आखिर शहर में इतनी बड़ी मात्रा में हथियार कैसे पहुंच रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा तथा आने वाले दिनों में बड़े स्तर पर छापेमारी अभियान चलाया जाएगा। पटना में लगातार हथियारों की बरामदगी यह दर्शाती है कि अपराधी तत्व किसी बड़ी योजना में जुटे हुए हैं। हालांकि पुलिस और एसटीएफ की त्वरित कार्रवाई ने एक संभावित बड़ी वारदात को टाल दिया है। अब जरूरत है सख्त निगरानी और जनसहयोग की ताकि राजधानी को अपराधमुक्त और सुरक्षित बनाया जा सके।