
स्टेट डेस्क, प्रीति पायल |
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में 7 अक्टूबर 2025 की रात एक चौंकाने वाली हत्या हुई। मसूरी थाना क्षेत्र में 34 वर्षीय ड्रग तस्कर आसिफ उर्फ गुल्लू को गोली मारकर बेरहमी से मार डाला गया। 9-10 अक्टूबर को पुलिस की जांच में सामने आया कि इस वारदात के पीछे आसिफ की दूसरी बीवी अरशी उर्फ प्राची और उसके प्रेमी रिहान का हाथ था।
मृतक आसिफ गाजियाबाद के डासना इलाके का रहने वाला था और निर्माण कार्य करता था। हकीकत में वह एक ड्रग तस्कर था जिसके खिलाफ कई थानों में 5 मामले दर्ज थे। 2024 में मसूरी पुलिस ने उसे ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया था। डेढ़ साल बाद मई 2025 में जेल से छूटकर वह अपनी दूसरी पत्नी के साथ रहने लगा।
7 अक्टूबर की देर रात आसिफ स्कूटी से डासना के रफीकाबाद रेलवे फाटक के पास जा रहा था। तभी तीन हमलावरों (रिहान, बिलाल, जीशान) ने उसे घेर लिया। उन्होंने उसके मुंह में पिस्तौल रखकर लगातार दो गोलियां दागीं। घटनास्थल पर ही आसिफ की मौत हो गई।
अरशी मुरादनगर की रहने वाली है। 2017 में उसकी शादी हापुड़ के दीपक से हुई थी, लेकिन 2022 में उसने पति को छोड़ दिया। इसके बाद उसने आसिफ से प्रेम विवाह किया।
आसिफ के जेल जाने के दौरान रिहान (जो चिकन की दुकान चलाता था) अरशी के लिए सामान पहुंचाने आता था। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गईं और अवैध संबंध बन गए।
मई 2025 में जेल से छूटने पर आसिफ को पता चला कि अरशी गर्भवती है और बच्चा रिहान का है। इस बात पर रोज झगड़े होने लगे, जिससे अरशी और रिहान ने आसिफ को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
शुरू में अरशी और रिहान ने आसिफ को धीरे-धीरे जहर देकर मारने की कोशिश की। रिहान ने नशीली दवाइयां दीं जो अरशी खाने में मिलाती थी, लेकिन आसिफ को शक हो जाने से यह योजना असफल हो गई।
जब जहर का प्लान फेल हुआ तो रिहान ने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई। अरशी ने इस साजिश के लिए पैसे भी दिए।
एसीपी मसूरी लिपि नगायच के नेतृत्व में पुलिस ने CCTV फुटेज, फोन रिकॉर्डिंग और गवाहों के बयान से मामले को सुलझाया।
गिरफ्तार आरोपी: अरशी, रिहान, बिलाल, जीशान, उवैश
फरार आरोपी: गुलफाम, दानिश, फरमान
यह मामला IPC की धारा 302 (हत्या), 120B (आपराधिक साजिश) और आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज है। पुलिस बाकी फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है।