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पूर्वी चंपारण: अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड गिरोह का पर्दाफाश

लोकल डेस्क, एन. के. सिंह।

छापेमारी के दौरान 98 आधार कार्ड, 16 मतदाता पहचान पत्र और 8 ड्राइविंग लाइसेंस मिले,नेपाल, चीन और पाकिस्तान से पैसों के लेनदेन के मिले संकेत। 

पूर्वी चंपारण: मोतिहारी पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ऐसे अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसके तार नेपाल, पाकिस्तान और चीन तक फैले हुए थे। पुलिस ने इस कार्रवाई में साइबर फ्रॉड के मुख्य आरोपी भूषण चौधरी और उनके बेटे गोलू कुमार के ठिकाने पर छापेमारी कर चौंकाने वाली बरामदगी की है।

साजिश और कार्रवाई

पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात के आदेश पर, डीएसपी उदय शंकर के नेतृत्व में पटना से आई एक विशेष टीम ने घोड़ासहन पुलिस के साथ मिलकर इस संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम दिया। यह छापेमारी बिहार में बढ़ते साइबर अपराध के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

चौंकाने वाली बरामदगी

छापेमारी के दौरान आरोपियों के घर से भारी मात्रा में संदिग्ध सामग्री और दस्तावेज बरामद हुए, जिसने पुलिस को भी हैरत में डाल दिया। इनमें अलग-अलग देशों की करेंसी, पाँच महंगी विदेशी रोलेक्स घड़ियाँ, 98 आधार कार्ड, 16 मतदाता पहचान पत्र, 8 ड्राइविंग लाइसेंस, और कई बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड, और चेकबुक शामिल हैं। इसके अलावा, पुलिस को एक लेजर बुक (खाता बही) भी मिली है, जिसमें करोड़ों रुपये के लेनदेन का विस्तृत हिसाब-किताब दर्ज है।

पहले भी रहे हैं जेल में

यह बात सामने आई है कि मुख्य आरोपी भूषण चौधरी और उनके बेटे गोलू कुमार पहले भी एक साइबर फ्रॉड मामले में यूपी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस अब उन्हें उत्तर प्रदेश से रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है ताकि उनसे गहन पूछताछ की जा सके और इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क का पता लगाया जा सके।

जांच जारी

इस मामले में एक अन्य आरोपी आलोक कुमार अभी भी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इस जांच में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं, जिससे इस अंतर्राष्ट्रीय गिरोह की पूरी आपराधिक संरचना सामने आएगी।

यह छापेमारी पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर की गई, जिसका नेतृत्व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सिकरहना, उदय शंकर ने किया। उनके साथ घोडासहन के थानाध्यक्ष, पु०अ०नि० संजीव कुमार भी इस दल में शामिल थे, जिन्होंने स्थानीय जानकारी और रणनीति का प्रभावी उपयोग किया।
टीम में शामिल पु०अ०नि० नवल किशोर पासवान, पु०अ०नि० मधुकर कुमार, और पु०अ०नि० नवीन कुमार ने भी अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। इन अधिकारियों ने मिलकर आरोपियों के ठिकानों पर सटीक और समन्वित कार्रवाई की। इसके अलावा, घोडासहन थाना के रिजर्व गार्ड ने भी सुरक्षा और घेराबंदी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे आरोपी बचकर भाग नहीं पाए।