
लोकल डेस्क, एन.के. सिंह |
2025 विधानसभा चुनाव के लिए 583 नए मतदान केंद्र प्रस्तावित हुए, अब कुल संख्या 4094, जिसमें मतदाताओं की सुविधा का पूरा रखा गया ध्यान।
आगामी बिहार विधानसभा निर्वाचन 2025 के मद्देनजर भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर पूर्वी चंपारण जिले में मतदान केंद्रों के युक्तिकरण का कार्य संपन्न कर लिया गया है। इस प्रक्रिया के तहत, 1200 मतदाताओं पर एक मतदान केंद्र बनाने के निर्देश का पालन किया गया है।
प्रभारी जिलाधिकारी, पूर्वी चंपारण, मोतिहारी, मुकेश कुमार सिंहा की अध्यक्षता में हाल ही में माननीय विधायक गण और राजनीतिक दलों के जिला प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में युक्तिकरण की विस्तृत जानकारी दी गई। बैठक में विधायक प्रमोद कुमार, राणा रणधीर, श्याम बाबू प्रसाद यादव, सुनील मणि तिवारी, शमीम अहमद, सांसद गण के प्रतिनिधि एवं अन्य विधायक गण के प्रतिनिधि, तथा विभिन्न राजनीतिक दलों जैसे भारतीय जनता पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल, बहुजन समाज पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, इंडियन नेशनल कांग्रेस, एलजेपीआर, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट लेनिन), राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के जिला प्रतिनिधि उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त, जिले के सभी विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
मतदान केंद्रों की संख्या में हुई वृद्धि
उप निर्वाचन पदाधिकारी सरफराज नवाज ने बैठक में बताया कि निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी द्वारा युक्तिकरण से संबंधित मतदान केंद्रों का सत्यापन 25 एवं 26 जून को कर लिया गया है। युक्तिकरण के पश्चात जिले में कुल 583 नए मतदान केंद्र बढ़े हैं। पहले जिले में 3511 मतदान केंद्र स्थापित थे, लेकिन 1200 मतदाता के आधार पर अब मतदान केंद्रों की संख्या 4094 हो गई है।
प्रस्तावित ड्राफ्ट पर दावा-आपत्ति और आगे की प्रक्रिया
मतदान केंद्रों का प्रस्तावित ड्राफ्ट सभी माननीय सदस्यगण को उपलब्ध कराया गया है। उप निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देश पर यह बैठक की गई है, जिसमें युक्तिकरण से संबंधित सभी जानकारी माननीय सदस्यों को दी जा रही है।
युक्तिकरण के पश्चात ड्राफ्ट पब्लिकेशन के विरुद्ध आगामी 30 जून से 06 जुलाई तक दावा-आपत्ति अथवा सुझाव मांगे गए हैं। प्राप्त दावा-आपत्तियों और सुझावों की जांच के उपरांत 08 जुलाई 2025 तक उनका निष्पादन कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि 9 जुलाई अथवा 10 जुलाई को जिला निर्वाचन पदाधिकारी की अध्यक्षता में पुनः एक बैठक की जाएगी। इस बैठक के पश्चात प्रस्तावित मतदान केंद्रों की सूची 12 जुलाई 2025 को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिहार के कार्यालय को भेजी जाएगी, जहाँ से यह सूची भारत निर्वाचन आयोग जाएगी। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 18 जुलाई को इस सूची पर अप्रूवल दिया जाएगा।
मतदाताओं की सुविधा का रखा गया ध्यान
उप निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि पूर्व के मतदान केंद्रों में 230 मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां मतदाताओं को शिफ्ट किया गया है। इसका मतलब है कि एक ही भवन में दो या तीन मतदान केंद्र होने की स्थिति में, जिस मतदान केंद्र पर 1200 से ज्यादा मतदाता थे, उनको उसी भवन के दूसरे मतदान केंद्र पर शिफ्ट किया गया है। नए मतदान केंद्रों को यथासंभव पहले के मतदान केंद्र के लोकेशन पर ही बनाया गया है अथवा उससे निकटतम दूरी पर स्थित सरकारी भवन में नया मतदान केंद्र स्थापित किया गया है ताकि मतदाताओं को किसी तरह की असुविधा न हो।
विधानसभावार बढ़े हुए मतदान केंद्र
मतदान केंद्रों की विधानसभावार बढ़ी हुई संख्या के बारे में भी जानकारी दी गई। 10-रक्सौल विधानसभा क्षेत्र में युक्तिकरण के दौरान 38 नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं, सुगौली में 38, नरकटिया में 61, हरसिद्धि में 36, गोविंदगंज में 56, केसरिया में 39, कल्याणपुर में 36, पिपरा में 63, मधुबन में 50, मोतिहारी में 45, चिरैया में 56 एवं ढाका विधानसभा क्षेत्र में 65 सहित कुल 583 नए मतदान केंद्र प्रस्तावित किए गए हैं। इस प्रकार जिले में मतदान केंद्रों की संख्या 3511 से बढ़कर 4094 प्रस्तावित है।
मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण-2025
मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण-2025 के संबंध में उप निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि जिन मतदाताओं का नाम 01.01.2003 की अंतिम गहन पुनरीक्षित मतदाता सूची में शामिल है, ऐसे मतदाताओं को केवल अपनी प्रविष्टि की पुष्टि करनी है और गणना प्रपत्र भरकर जमा करना है। इसके लिए उन्हें कोई दस्तावेज नहीं देना है। इसके अतिरिक्त यदि किसी मतदाता के माता या पिता में से कोई एक व्यक्ति 01.01.2003 तक मतदाता सूची में शामिल रहे हैं तो ऐसे व्यक्ति को इस विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान नामांकन के लिए किसी भी दस्तावेज को प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं है, चाहे उस व्यक्ति की जन्म तिथि कुछ भी हो।
उन्होंने कहा कि 01.01.2003 की मतदाता सूची ऑनलाइन उपलब्ध है। उसका सॉफ्ट कॉपी और हार्ड कॉपी सभी माननीय सदस्य गण को एवं राजनीतिक दलों के जिला अध्यक्ष को उपलब्ध करा दिया जाएगा।
प्रभारी जिलाधिकारी सह अपर समाहर्ता ने उपस्थित राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि सभी मतदान केंद्रों के लिए बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) की नियुक्ति करें ताकि पुनरीक्षण के कार्यक्रम में उनका भरपूर सहयोग प्राप्त हो सके।