
नेशनल डेस्क, नीतीश कुमार |
नई दिल्ली: इंडिया गठबंधन ने उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को उपराष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त उम्मीदवार घोषित किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को अपने आवास पर आयोजित संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री रेड्डी के नाम का ऐलान किया। इस मौके पर शरद पवार, डेरेक ओ’ब्रायन, कनिमोझी, तिरुचि शिवा, अरविंद सावंत, संजय राउत, पी. संदोष कुमार, के. सुरेश, के. सी. वेणुगोपाल, प्रमोद तिवारी, एन. के. प्रेमचंद्रन, ई.टी. मोहम्मद बशीर और धर्मेंद्र यादव सहित कई विपक्षी नेता मौजूद रहे।
राहुल गांधी ने बिहार में चल रही वोटर अधिकार यात्रा के दौरान सोशल मीडिया एक्स पर श्री रेड्डी को बधाई देते हुए लिखा कि वह एक प्रतिष्ठित विधिवेत्ता और न्याय के प्रणेता हैं, जो संविधान की भावना और लोकतंत्र की रक्षा का प्रतिनिधित्व करते हैं।
श्री खरगे ने कहा कि श्री रेड्डी एक सम्मानित न्यायविद् हैं और कई उच्च न्यायालयों में सेवा देने के बाद सर्वोच्च न्यायालय में भी न्यायाधीश रहे हैं। विपक्षी दलों ने विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से उनका नाम तय किया। उन्होंने कहा कि रेड्डी सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के मजबूत समर्थक रहे हैं, जबकि सत्ता पक्ष के उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन की आरएसएस पृष्ठभूमि विपक्ष के लिए स्वीकार्य नहीं है। यह चुनाव विपक्ष के लिए एक वैचारिक संघर्ष है और श्री रेड्डी उन मूल्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं जिन पर संविधान और लोकतंत्र टिका है।
खरगे ने आगे कहा कि श्री रेड्डी देश के सबसे प्रगतिशील न्यायविदों में से हैं। उन्होंने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में लंबा अनुभव प्राप्त किया। वह हमेशा समान न्याय और संवैधानिक मूल्यों के पक्षधर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश के लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों पर हमले हो रहे हैं, जिनका विपक्ष सख्ती से जवाब दे रहा है। इसी संकल्प का परिणाम है कि विपक्ष ने श्री रेड्डी को उम्मीदवार बनाया।
गौरतलब है कि श्री रेड्डी ने आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में पंजीकरण के बाद वकालत शुरू की थी। उन्होंने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में दीवानी और रिट मामलों की पैरवी की, सरकारी वकील के रूप में सेवाएं दीं और केंद्र सरकार के अतिरिक्त स्थायी वकील रहे। मई 1995 में वह आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश बने, दिसंबर 2005 में गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और जनवरी 2007 में उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त हुए। वह जुलाई 2011 में सेवानिवृत्त हुए।
श्री रेड्डी का मुकाबला राजग उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन से होगा। उपराष्ट्रपति पद श्री जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद खाली हुआ है। चुनाव 09 सितंबर को होगा और उसी दिन मतगणना होगी। नामांकन की अंतिम तिथि 21 अगस्त तय है।