
विदेश डेस्क, श्रेयांश पराशर |
बलूचिस्तान एक बार फिर हिंसा की चपेट में है। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तान के खिलाफ सशस्त्र अभियान तेज कर दिया है। हाल ही में BLA के हमलों में 6 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई, जबकि संगठन के भी 3 लड़ाके मारे गए। यह झड़पें क्वेटा, कलात और सियाजी क्षेत्रों में हुईं।
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने बलूचिस्तान में तीन अलग-अलग स्थानों पर पाकिस्तानी सेना पर घातक हमले किए, जिनमें छह जवानों की मौत हो गई है। संगठन ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है और बयान में कहा कि क्वेटा, कलात और सियाजी में उनके लड़ाकों ने पाकिस्तानी सैन्य काफिलों को निशाना बनाया। इस दौरान संगठन के तीन सदस्य भी मारे गए।
BLA के लड़ाकों ने इन हमलों में आईईडी और मोटरसाइकिल से हमले की रणनीति अपनाई, जिससे पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। 22 जून को क्वेटा में हुए सीधे आमने-सामने के संघर्ष ने एक बार फिर क्षेत्र की अस्थिरता को उजागर कर दिया है।
बलूच लिबरेशन आर्मी पाकिस्तान में एक सक्रिय अलगाववादी सशस्त्र संगठन है, जो लंबे समय से पाकिस्तान सरकार और सेना पर दमन और संसाधनों के दोहन का आरोप लगाता रहा है। संगठन की मुख्य मांग स्वतंत्र बलूचिस्तान की है।
BLA चीन-पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) का भी विरोध करता रहा है। संगठन का दावा है कि बलूचिस्तान की प्राकृतिक संपदाओं – जैसे गैस, खनिज और तेल – का दोहन कर सरकार वहां की स्थानीय आबादी को नजरअंदाज कर रही है।
मानवाधिकार संगठन जैसे ह्यूमन राइट्स वॉच और एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी बलूचिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन पर चिंता जताई है। पाक सेना पर बलूच कार्यकर्ताओं, छात्रों और पत्रकारों की हत्या के आरोप लगते रहे हैं।