स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी।
आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह ने मतगणना को लेकर विवादित और भड़काऊ बयान दे डाला, जिसके बाद बिहार डीजीपी विनय कुमार के आदेश पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरजेडी ने बचाव करते हुए कहा कि बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है।
बिहार विधानसभा चुनाव नतीजों से पहले सुनील सिंह के बयान से सियासी तापमान चढ़ गया है। उन्होंने कहा था कि “अगर मतगणना में गड़बड़ी हुई तो बिहार को बांग्लादेश और नेपाल बना देंगे।” इस पर बीजेपी और जेडीयू हमलावर हैं, जबकि राज्य पुलिस ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।
डीजीपी विनय कुमार के निर्देश पर पटना साइबर थाना में मामला दर्ज हुआ। डीजीपी ने इसे उकसाने वाला और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला बयान बताया। उन्होंने कहा कि मतगणना की पूरी तैयारी है, पर्याप्त पुलिस बल तैनात है और विक्ट्री सेलिब्रेशन पर रोक रहेगी। उन्होंने कहा, “यह गैर जिम्मेदाराना और भड़काऊ बयान है, इस पर FIR दर्ज की जा रही है।”
आरजेडी का बचाव
राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा, “मैं आग्रह करता हूं कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर न पेश करें। हमने एग्जिट पोल के लिए किसी को प्रायोजित नहीं किया।” उन्होंने कहा कि भाजपा की भाषा से साफ है कि वे हार मान चुके हैं और रोजगार-विकास पर बात नहीं करना चाहते।
बीजेपी-जेडीयू का हमला
जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा, “यह बयान बताता है कि आरजेडी पहले ही हार मान चुकी है। वोट चोरी और संविधान खतरे में जैसी बातें जनता को भड़काने की कोशिश हैं। चुनाव आयोग को संज्ञान लेना चाहिए।”
उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “जंगलराज की पाठशाला में पढ़े लोग आज भी गुंडाराज का सपना देख रहे हैं। बिहार में शांति और सद्भाव की राजनीति चल रही है, और ऐसी भाषा लोकतंत्र के खिलाफ है।”







