
स्टेट डेस्क, प्रीति पायल |
निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने पटना में मीडिया के सामने एक दिलचस्प बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मतों की गिनती जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन यानी 14 नवंबर को होना जनता की जीत का प्रतीक है। चुनाव आयोग ने 6 अक्टूबर को बिहार की 243 सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की। मतदान दो चरणों में होगा और मतगणना 14 नवंबर 2025 को होगी, जो संयोगवश पंडित नेहरू का जन्मदिवस है।
पप्पू यादव की राजनीतिक स्थिति
पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने 2024 लोकसभा चुनाव में JD(U) के संतोष कुमार को 16,000 से ज्यादा वोटों से हराया था। वे 14 साल बाद बिहार से निर्दलीय के रूप में जीतने वाले पहले उम्मीदवार बने। उनकी पत्नी रणजीत रंजन कांग्रेस से राज्यसभा सांसद हैं।
पप्पू यादव का यह बयान महागठबंधन (RJD-कांग्रेस) के उत्साह को दर्शाता है। उन्होंने 14 नवंबर की तारीख को 'लोकतांत्रिक जीत' का शुभ संकेत बताया। साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि वह BJP से पूछकर तारीखें तय करता है।
तेजस्वी यादव ने चुनाव तारीखों का स्वागत किया लेकिन चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में बदलाव का समय आ गया है। JD(U) मंत्री अशोक चौधरी ने NDA की तैयारी पूरी होने का दावा किया।
यह बयान बिहार की राजनीति में विपक्ष के आत्मविश्वास को दिखाता है, जहां वे चुनावी तारीखों को भी अपने पक्ष में व्याख्या कर रहे हैं।