
लोकल डेस्क, नीतीश कुमार |
बेतिया में सोमवार को निगरानी विभाग की कार्रवाई के दौरान जिला मत्स्य पदाधिकारी पीयूष रंजन को एक लाख रुपए रिश्वत स्वीकार करते समय धरा गया है।
शिकायत और आरोप
यह कार्रवाई बैरिया प्रखंड के पखनाहा बाजार निवासी मुराद अनवर की रिपोर्ट के आधार पर की गई। मुराद की माता प्रधानमंत्री मत्स्य योजना की हितग्राही थीं। इस योजना के अंतर्गत 10 लाख रुपए की अनुदान राशि जारी करने के लिए पीयूष रंजन ने रिश्वत की मांग की थी। इस योजना की कुल लागत 25 लाख रुपए है, जिसमें से सरकार 10 लाख रुपए की अनुदान राशि प्रदान करती है। पीयूष रंजन ने महिला से 10 लाख रुपए का 10 प्रतिशत यानी एक लाख रुपए कमीशन के रूप में मांगा था।
धमकी और दबाव
10 लाख रुपए की राशि महिला के बैंक खाते में जमा हो चुकी थी। मत्स्य पदाधिकारी महिला और उसके पुत्र को डरा-धमकाकर कह रहा था कि यदि 10 प्रतिशत कमीशन नहीं दिया गया तो दस्तावेजों में फेरबदल करके उन्हें फंसा दिया जाएगा।
जांच और गिरफ्तारी
शिकायतकर्ता मुराद अनवर ने पटना स्थित निगरानी विभाग में घूसखोरी की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत प्राप्त होने पर निगरानी विभाग ने मामले की जांच की और इसे सत्य पाया गया। तत्पश्चात एक विशेष टीम बनाकर सोमवार को रणनीतिक तरीके से जाल बिछाया गया। इस दौरान अधिकारी को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
शिकायतकर्ता का बयान
मुराद अनवर ने बताया, "मत्स्य पदाधिकारी पीयूष रंजन ने 10 लाख रुपए का 10 प्रतिशत मांगा था। प्रधानमंत्री संपदा योजना के तहत हमने आरएस टैंक निर्मित कराया है। योजना के अंतर्गत कुल 25 लाख रुपए का कार्य था, जिसके लिए मुझे अनुदान स्वरूप 10 लाख रुपए प्राप्त हुए। इसका 10 प्रतिशत यानी 1 लाख रुपए उन्होंने हमसे मांगा। हमने इसकी शिकायत निगरानी टीम से की।"
निगरानी विभाग का बयान
निगरानी विभाग के DSP पवन कुमार ने स्पष्ट किया, "प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत लाभार्थियों को 25 लाख की परियोजना पर 10 लाख की सब्सिडी प्रदान की जाती है। मुराद अनवर की माता योजना की लाभार्थी हैं और उनके खाते में 10 लाख रुपए अनुदान राशि जमा की गई थी। इसके बदले 10 प्रतिशत यानी लगभग 1 लाख रुपए रिश्वत के रूप में मांगे गए थे।"
आरोप के अनुसार जिला मत्स्य पदाधिकारी ने सब्सिडी की फाइल को आगे बढ़ाने और राशि रिलीज करने के बदले में एक लाख रुपए की घूस मांगी थी। अधिकारी ने यह भी धमकी दी थी कि यदि पैसे नहीं दिए गए तो कागजात में हेराफेरी कर उन्हें फंसा दिया जाएगा।
आरोपी की पहचान
बेतिया में तैनात मत्स्य पदाधिकारी पीयूष रंजन पूर्वी चंपारण के रक्सौल प्रखंड के गम्हरिया गांव का निवासी है। इनके पिता राम चंद्र पांडेय सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। पीयूष रंजन तीन भाइयों में सबसे कम उम्र के हैं। DSP पवन कुमार ने कहा, "निगरानी विभाग की जांच में शिकायत सत्य पाई गई। फिर धावा टीम ने सोमवार को योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया और अधिकारी को 1 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। गिरफ्तार अधिकारी को पूछताछ के लिए पटना ले जाया जा रहा है।"
जिले में दूसरी कार्रवाई
जिले में निगरानी विभाग की यह कार्रवाई चर्चा का विषय बन गई है। मात्र चार दिन पूर्व शिकारपुर थाना की महिला दरोगा प्रीति कुमारी और दलाल अर्जुन सोनी को भी रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। इस प्रकार चार दिन में दूसरी बड़ी कार्रवाई से जिले के प्रशासनिक वर्गों में खलबली मच गई है।