
नेशनल डेस्क, श्रेयांश पराशर |
ब्रिटेन और मालदीव की यात्रा पर रवाना हुए प्रधानमंत्री मोदी, बहुपक्षीय साझेदारी होगी मजबूत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को ब्रिटेन और मालदीव की चार दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए। यह यात्रा भारत की विदेश नीति में ‘एक्टिव डिप्लोमेसी’ और ‘पड़ोसी पहले’ नीति का बड़ा उदाहरण मानी जा रही है। इस दौरे के दौरान वह वैश्विक रणनीतिक सहयोग, आर्थिक साझेदारी और समुद्री सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नई दिल्ली से ब्रिटेन और मालदीव की चार दिवसीय द्विपक्षीय यात्रा के लिए प्रस्थान किया। इस यात्रा के पहले चरण में वह लंदन जाएंगे, जहां वह यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और सम्राट चार्ल्स तृतीय से मुलाकात करेंगे। इस दौरान भारत-ब्रिटेन के बीच व्यापार, निवेश, रक्षा, शिक्षा, नवाचार, अनुसंधान और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा होगी।
मोदी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच हाल के वर्षों में रणनीतिक साझेदारी में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। इस यात्रा से दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क भी और मजबूत होगा।
प्रधानमंत्री की यात्रा का दूसरा चरण मालदीव में होगा, जहां वह राष्ट्रपति मोहम्मद मुज्जू के निमंत्रण पर जाएंगे। श्री मोदी वहां मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेंगे। यह वर्ष भारत और मालदीव के बीच कूटनीतिक संबंधों के 60 साल पूरे होने का भी प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि उनकी यह यात्रा हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करेगी। मोदी ने विश्वास जताया कि यह यात्रा ‘पड़ोसी पहले’ नीति को भी सशक्त बनाएगी और दोनों देशों के लोगों के हित में होगी।