
रिपोर्ट : रुचि भारती
पूर्वी चंपारण में मुख्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. विवेक जोशी ने चुनाव तैयारियों की समीक्षा की।
मोतिहारी: भारत निर्वाचन आयोग के निर्वाचन आयुक्त डॉ. विवेक जोशी ने पूर्वी चंपारण जिला अंतर्गत एफएलसी (फर्स्ट लेवल चेकिंग) सेंटर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने आगामी बिहार विधानसभा आम चुनाव 2025 की तैयारियों के तहत चल रहे ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) और वीवीपैट (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) की प्रथम स्तरीय जांच कार्य का बारीकी से निरीक्षण किया।
भ्रमण के दौरान, निर्वाचन आयुक्त ने ईसीआईएल (इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड) के अभियंताओं से एफएलसी प्रक्रिया से संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त की और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
7209 बीयू, 5613 सीयू और 6058 वीवीपैट की हो रही है जांच.
जिलाधिकारी ने निर्वाचन आयुक्त को बताया कि जिले में कुल 7209 बीयू (बैलेट यूनिट), 5613 सीयू (कंट्रोल यूनिट) और 6058 वीवीपैट उपलब्ध हैं। ईसीआईएल के 18 अभियंता पिछले 2 मई से इस कार्य में जुटे हुए हैं और यह कार्य 24 मई तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अब तक 4380 बीयू, 4380 सीयू और 4380 वीवीपैट की जांच पूरी कर ली गई है, जिसमें 431 बीयू, 47 सीयू और 36 वीवीपैट को तकनीकी कारणों से अस्वीकृत (रिजेक्ट) कर दिया गया है।
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में हो रहा है कार्य:
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने जोर देते हुए कहा कि एफएलसी का कार्य भारत निर्वाचन आयोग से प्राप्त दिशा-निर्देशों और प्रोटोकॉल के अनुसार किया जा रहा है। यह महत्वपूर्ण प्रक्रिया मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में संचालित की जा रही है और उन्हें एफएलसी के चल रहे कार्यों की नियमित जानकारी भी दी जा रही है। निर्वाचन आयुक्त के एफएलसी सेंटर के दौरे के समय भारतीय जनता पार्टी, जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल, इंडियन नेशनल कांग्रेस, एलजेपी (लोक जनशक्ति पार्टी), बहुजन समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी के जिला स्तरीय प्रतिनिधि उपस्थित थे।
इस महत्वपूर्ण भ्रमण के दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिहार विनोद सिंह गुंजियाल, जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल, पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात, जिला के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, उप निर्वाचन पदाधिकारी, पूर्वी चंपारण, मोतिहारी और निर्वाचन विभाग, बिहार, पटना के कई प्रमुख अधिकारी भी मौजूद रहे।