
लोकल डेस्क, नीतीश कुमार |
मोतिहारी में गुरुवार देर रात हुई गैंगवार में दो अपराधियों की हत्या हो गई। यह घटना संग्रामपुर थाना क्षेत्र के दरियापुर मठिया गांव की है, जहां सनोवर खान और धनंजय गिरी गैंग के बीच गोलीबारी हुई। इसमें धनंजय गिरी के साथी गुड्डू यादव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि धनंजय गिरी अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया। सनोवर खान घटना के बाद फरार हो गया।
घटना के दूसरे दिन सनोवर खान के परिजनों ने करीब ढाई घंटे तक शव रख सड़क जाम किया। पुलिस पहुंचकर जाम खुलवाया। पुलिस ने बताया कि सनोवर खान ने धनंजय गिरी को मिलने के लिए बुलाया था। दोनों की मुलाकात के दौरान विवाद बढ़ा और फायरिंग हुई। धनंजय गिरी के सीने में गोली लगी जो आरपार हुई, जबकि गुड्डू यादव की गोली सीने में फंस गई।
धनंजय की पत्नी पूजा कुमारी ने बताया कि पति ने फोन कर कहा, “सनोवर खान ने गोली मार दी है, जल्दी आओ।” धनंजय झड़वा हत्याकांड में आरोपी था और कुछ सप्ताह पहले ही जेल से छूटा था। सनोवर खान पर मोतिहारी पुलिस ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।
घटना के बाद पुलिस ने धनंजय गिरी हत्याकांड में दस संदिग्धों को हिरासत में लिया।
पूजा ने बताया कि गुरुवार को उनकी मोतिहारी कोर्ट में पेशी थी। घर से बाइक से निकले थे और तभी सनोवर खान और उसका साथी मिल गया। शाम में सनोवर खान ने फोन कर बुलाया। धनंजय ने जाते वक्त गुड्डू यादव को भी साथ लिया। उसके बाद फायरिंग हुई।
वारदात में हरसिद्धि थाना क्षेत्र के भाड़ेगांव निवासी गुड्डू यादव मौके पर ही मारा गया। धनंजय गिरी घायल होकर अस्पताल ले जाते समय मृत हो गए।
धनंजय गिरी पर जिले के अलग-अलग थाने में 5 केस दर्ज हैं, जिनमें हत्या, लूट-डकैती, आर्म्स एक्ट और नारकोटिक ड्रग्स एक्ट शामिल हैं। उनके बड़े भाई संजीत गिरी ने कहा कि उनका भाई तबरेज हत्याकांड में आरोपी था, और इसी वजह से हत्या हुई हो सकती है। सनोवर खान पर भी अलग-अलग थाने में 5 मामले दर्ज हैं, जिसमें हत्या, हत्या का प्रयास, लूट और एससी/एसटी एक्ट शामिल हैं। उस पर 25 हजार रुपए का इनाम है। दो महीने पहले उसकी कुर्की की गई थी, लेकिन वह फरार था और अब डबल मर्डर के बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है।
मोतिहारी SP स्वर्ण प्रभात ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है, जिसकी जिम्मेदारी SDPO अरेराज रवि कुमार को सौंपी गई है।