लोकल डेस्क, एन के सिंह।
पूर्वी चम्पारण: जिले में जनसंख्या स्थिरीकरण के लक्ष्य को साधने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। इसी कड़ी में आज से पूरे जिले में 'पुरुष नसबंदी पखवाड़ा' अभियान का भव्य शुभारंभ हो गया है, जो 12 दिसंबर तक चलेगा। इस विशेष अभियान के तहत योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन की सेवाएं और आमजन को इससे जुड़ी आवश्यक जानकारी प्रदान की जाएगी।
दो चरणों में चलेगा अभियान
जिला स्वास्थ्य समिति के डीसीएम नंदन झा ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देशानुसार इस अभियान को दो प्रमुख चरणों में बांटा गया है। 21 नवंबर से 27 नवंबर तक 'दंपत्ति सम्पर्क सप्ताह' के रूप में मनाया जाएगा, जिसके बाद 28 नवंबर से 12 दिसंबर तक 'परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा' आयोजित होगा। इन दिनों विशेष शिविरों में योग्य चिकित्सकों द्वारा पुरुष नसबंदी की सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
जागरूकता और प्रोत्साहन पर ज़ोर
सिविल सर्जन डॉ. रवि भूषण श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत उपलब्ध सेवाओं की जानकारी घर-घर तक पहुँचे और योग्य दंपतियों को इच्छित सेवा मिल सके।
इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए जिलास्तर पर व्यापक तैयारियां की गई हैं। समुदाय के बीच जागरूकता फैलाने के लिए आशा, आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी और विकास मित्र जैसे ज़मीनी कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा, लोगों को प्रेरित करने के लिए प्रोत्साहन राशि का भी प्रावधान किया गया है।
नसबंदी और बंध्याकरण पर मिलेगा आर्थिक लाभ
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी भारत भूषण ने प्रोत्साहन राशि की जानकारी देते हुए बताया कि:
पुरुष नसबंदी कराने वाले लाभार्थी को 3000 और उनके प्रेरक को 300 दिए जाएंगे। महिला बंध्याकरण कराने पर लाभार्थी को 2000 और उनके प्रेरक को 300 का आर्थिक लाभ दिया जाता है।
इसके अलावा, अभियान में परिवार नियोजन के अन्य साधनों जैसे इंजेक्शन अंतरा, माला-एन, छाया और कंडोम की उपलब्धता और उपयोग पर भी विशेष चर्चा की जा रही है। पीएसआई के जिला प्रतिनिधि अमित कुमार ने सेवा प्रदाताओं को इन सभी साधनों के उपयोग पर प्रशिक्षित किया।
उच्च कुल प्रजनन दर वाले क्षेत्रों में गर्भनिरोधक के उपयोग को बढ़ाने और सामुदायिक स्तर पर उनकी पहुंच सुनिश्चित करने के लिए यह पखवाड़ा अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा।






