
लोकल डेस्क, नीतीश कुमार |
मोतिहारी : मोतिहारी की मेयर प्रीति कुमारी ने आरोप लगते हुए कहा कि कुछ लोग मुझे पद से हटाने की साजिश रच रहे हैं | 56 करोड़ की विकास योजनाओं पर रोक लगाने की कोशिश की गई | मोतिहारी नगर निगम की राजनीति इन दिनों गरमाई हुई है। मेयर प्रीति कुमारी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर निगम के भीतर बढ़ते विवाद और साजिशों को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि उन्हें मेयर पद से हटाने के लिए सुनियोजित योजना बनाई जा रही है। उनके मुताबिक, जैसे ही अस्थायी सशक्त समिति की बैठक के दौरान उप मेयर अचानक उठकर चले गए, तभी से उनके खिलाफ माहौल बनाने की कोशिशें तेज हो गईं।
56 करोड़ की योजनाओं पर अड़चनें;
मेयर ने बताया कि नगर के 45 वार्डों के विकास के लिए उन्होंने 56 करोड़ रुपए की योजनाएं स्वीकृत कराईं, जिनमें सड़क, नाला, जलनिकासी और अन्य आधारभूत सुविधाओं को दुरुस्त करने के प्रस्ताव शामिल हैं। लेकिन इन योजनाओं को जानबूझकर रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि वार्ड संख्या 18 के पार्षद धीरज जायसवाल ने विभाग में मुकदमा दायर कर यह शिकायत की कि उन्हें योजना से बाहर रखा गया है। मेयर के अनुसार, यह आरोप पूरी तरह गलत है। खास बात यह है कि जिस बैठक में योजनाओं को मंजूरी दी गई थी, उसमें उप मेयर भी मौजूद थे, इसके बावजूद केवल मेयर को निशाना बनाया जा रहा है।
जांच से पहले ही माहौल बनाने का आरोप;
मेयर ने कहा कि इस शिकायत के आधार पर विभाग ने योजनाओं पर रोक लगाते हुए जांच टीम बना दी है। लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही वार्ड 32 की पार्षद डॉली सिंह के पति राकेश सिंह ने एक पत्र भेजा। यह पत्र डीएम के जरिए नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव के नाम से भेजा गया था, जिसमें न तो पत्रांक था और न ही दिनांक। मेयर ने सवाल उठाया कि औपचारिकता पूरी किए बिना पत्र कैसे स्वीकार किया गया? उन्होंने कहा कि उस पत्र में वही सवाल थे जो इस समय जांच में पूछे जा रहे हैं। इससे स्पष्ट होता है कि मुझे पद से हटाने की तैयारी पहले से की जा रही है।
मेयर ने कहा कि वे किसी भी दबाव में नहीं आएंगी। उन्होंने स्पष्ट किया- "मैं जनता के हितों से समझौता नहीं करूंगी। कुछ लोग विकास नहीं चाहते, इसलिए मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हैं, लेकिन मैं झुकने वाली नहीं हूं।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पदभार संभालने के बाद से ही उन्हें कमजोर करने की कोशिशें हो रही हैं।
स्थायी समिति भंग करने की साजिश का आरोप;
प्रेसवार्ता में उन्होंने यह भी कहा कि अब स्थायी सशक्त समिति को भंग करने की साजिश की जा रही है। उन्होंने पूछा कि अब तक जितनी भी अस्थायी समिति की बैठकें हुईं, उनमें उप मेयर भी शामिल रहे। "अगर गलती हुई है तो कार्रवाई दोनों पर होनी चाहिए, केवल मेयर पर ही क्यों?"
निगम की राजनीति में हलचल;
प्रीति कुमारी के इन आरोपों के बाद नगर निगम की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। जहां उनके समर्थक इसे विकास विरोधी ताकतों की हरकत बता रहे हैं, वहीं विपक्षी गुट इसे मेयर की नाकामी कहकर दबाव बना रहे हैं। निगम में बढ़ते आरोप-प्रत्यारोप से साफ है कि आने वाले दिनों में यहां की राजनीति और भी गरमा सकती है।