
लोकल डेस्क, एन.के. सिंह |
मोतिहारी: पिछले 11 दिनों से कर्मचारियों की हड़ताल से कार्यालयों में सन्नाटा पसरा है। कार्यालय तो खुले हैं, पर कर्मी कार्यालय छोड़ धरना पर बैठे हैं। इस कारण काम कराने आने वाले लोगों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है। राज्य, भू-अर्जन, जिला पंचायत समेत कई कार्यालयों में कारूर् पूरी तरह बाधित है।
बता दें कि बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ अपनी 10 सूत्री मांगो के समर्थन में नौ अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। यह हड़ताल समाहरणालय समेत प्रखंड, अंचल, अनुमंडल के कार्यालयों में जारी है। मंगलवार को भी कर्मियों ने समाहरणालय के दूसरे द्वार के समक्ष धरना दिया व मांगों के बारे में जानकारी दी।
उनकी मांगों में निम्नवर्गीय लिपिक ग्रेड पे 1900 को सहायक ग्रेड पे-2800 करने, उच्चवर्गीय लिपिक ग्रेड पे-2400 को वरीय सहायक ग्रेड पे-4200 करने, प्रधान लिपिक ग्रेड पे-4200 को प्रशाखा पदाधिकारी ग्रेड पे-4600 करने, सहायक प्रशासी पदाधिकारी ग्रेड पे-4600 को प्रशासी पदाधिकारी (राजपत्रित) ग्रेड पे-5400 करने, पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को लागू करने, प्रोन्नति का प्रतिशत 60 प्रतिशत निम्नवर्गीय लिपिक, सहायक एवं 40 प्रतिशत उच्चवर्गीय लिपिक, वरीय सहायक तक सीमित करने तथा प्रशाखा पदाधिकारी एवं प्रशासी पदाधिकारी को अलग रखने, योग्यता के आधार पर गैर संवर्गीय राजपत्रित पदों पर प्रोन्नति देने, एमएसीपी योजना के तहत अगला ग्रेड-पे में प्रोन्नति न देकर संवर्गीय पद सोपान का ग्रेड-पे में प्रोन्नति करने समेत अन्य मांगे शामिल हैं।