
नेशनल डेस्क,नीतीश कुमार |
"राहुल गांधी की तस्वीर वाले सैनिटरी पैड पर सियासत गरम, कांग्रेस ने शुरू की 'माई-बहिन मान योजना'"
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र कांग्रेस ने एक नई योजना के तहत राज्य की 5 लाख महिलाओं को सेनेटरी पैड बांटने की घोषणा की है। खास बात यह है कि इन पैड्स के पैकेट पर राहुल गांधी की तस्वीर छपी हुई है, साथ ही ‘माई-बहिन मान योजना’ और ‘जरूरतमंद महिलाओं को सम्मान राशि - 2500 रुपए महीना’ जैसे नारे भी लिखे हैं।
पटना में शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि महिलाओं के लिए कांग्रेस ने विशेष रणनीति बनाई है। हमारा लक्ष्य है कि घर-घर जाकर 5 लाख महिलाओं को सेनेटरी पैड बांटे जाएं।
भाजपा ने इस अभियान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि यह जानबूझकर की गई एक अशोभनीय और अपमानजनक हरकत है। उन्होंने कहा कि बिहार की महिलाएं भले ही आर्थिक रूप से कमजोर हों, लेकिन उनका आत्मसम्मान अभी भी जीवित है।
बीजेपी प्रवक्ता ने सवाल उठाया “क्या कांग्रेस के नेता ऐसे सेनेटरी पैड अपने घरों में भी देंगे, जिन पर राहुल गांधी की तस्वीर चमक रही है?” उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि वे अब ‘विज्ञापन स्टार’ बन चुके हैं। उन्होंने कहा, “अब वे सेनेटरी पैड का प्रचार कर रहे हैं। राजनीति छोड़कर किसी और क्षेत्र में हाथ आज़माएं।”
अजय आलोक ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब लोग राहुल गांधी को ‘पप्पू’ कहते हैं, तो कांग्रेस को बुरा लगता है, लेकिन इससे बड़ी पप्पूगिरी और क्या हो सकती है?
वहीं, अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष अल्का लांबा ने योजना का बचाव करते हुए कहा कि बिहार में किए गए सर्वे में यह पाया गया कि आज भी महिलाएं माहवारी के दौरान कपड़े का इस्तेमाल कर रही हैं, जिससे उन्हें गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं।
लांबा ने कहा कि महिला कांग्रेस ने यह जिम्मेदारी ली है कि उन महिलाओं और बेटियों को मुफ्त सेनेटरी वेंडिंग मशीन उपलब्ध कराएगी जो गरीबी के कारण पैड का उपयोग नहीं कर पा रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ये सेनेटरी पैड खुद बिहार की महिलाएं बना रही हैं, जिससे उन्हें रोज़गार भी मिल रहा है।
उन्होंने बताया कि पैकेट पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की तस्वीरों के साथ-साथ उन विधायकों, कार्यकर्ताओं और सहयोगियों की भी तस्वीरें होंगी जो इस वितरण अभियान में योगदान दे रहे हैं।
अल्का लांबा ने यह भी कहा कि इस पैकेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीरें भी होनी चाहिए थीं, क्योंकि हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि सेनेटरी वेंडिंग मशीनें लगाई जाएं। लेकिन सरकार इस काम में असफल रही है।