
स्टेट डेस्क, मुस्कान कुमारी |
मधेपुरा: बिहार के मधेपुरा से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला के वोटर आईडी कार्ड पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की फोटो छपी हुई मिली। यह घटना गुरुवार, 10 जुलाई 2025 की सुबह सुर्खियों में छा गई, जब महिला के पति ने इस गंभीर चूक को उजागर किया। कार्ड पर महिला का नाम, पता और अन्य जानकारी सही थी, लेकिन फोटो गलत होने से सनसनी फैल गई।
सिस्टम पर उठे सवाल
मामला जयपालपट्टी मोहल्ले का है, जहां निवासी अभिलाषा कुमारी को लगभग ढाई महीने पहले डाक के जरिए वोटर आईडी कार्ड मिला। कार्ड खोलने पर चौंकाने वाला खुलासा हुआ—उनकी जगह सीएम नीतीश कुमार की तस्वीर थी। इस खुलासे ने न सिर्फ परिवार को हिला कर रख दिया, बल्कि सिस्टम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए।
पति का गुस्सा फूटा
अभिलाषा के पति चंदन कुमार ने इस गलती को "सिस्टम की बड़ी लापरवाही" करार दिया। उन्होंने कहा, "ऐसी चूक किसी आम व्यक्ति की फोटो से समझी जा सकती थी, लेकिन सीएम की फोटो का होना गंभीर साजिश की ओर इशारा करता है।" चंदन ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की अपील की।
अधिकारियों की सलाह पर विवाद
चंदन ने बताया कि जब उन्होंने इस गड़बड़ी को बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) के सामने उठाया, तो उन्हें इसे दबाने की सलाह दी गई। यह बात और तूल पकड़ गई, क्योंकि इससे सिस्टम में भ्रष्टाचार के आरोप लगने शुरू हो गए। लोगों का कहना है कि ऐसी सलाह चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठाती है।
सुधार की प्रक्रिया शुरू
हालांकि, इस मामले में उप निर्वाचन अधिकारी जितेंद्र कुमार ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वोटर आईडी कार्ड कर्नाटक में प्रिंट होते हैं, जहां तकनीकी गड़बड़ी हो सकती है। सुधार के लिए उन्होंने फॉर्म 8 ऑनलाइन या उप-मंडल अधिकारी (SDO) कार्यालय में जमा करने की सलाह दी। लेकिन यह जवाब लोगों को संतुष्ट करने में नाकाम रहा।
सोशल मीडिया पर भूचाल
इस घटना ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया। लोग इसे चुनाव आयोग की बड़ी नाकामी बता रहे हैं, खासकर जब 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। ट्विटर पर यूजर्स ने #VoterIDCard और #Bihar जैसे हैशटैग के साथ अपनी प्रतिक्रियाएं दीं। कईयों ने इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया।
जनता में रोष
मधेपुरा सहित पूरे बिहार में इस घटना से गुस्सा फैल गया है। लोग कह रहे हैं कि अगर वोटर आईडी जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज में ऐसी गलती हो सकती है, तो चुनावों की शुद्धता पर भी सवाल उठना लाजिमी है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की गलती नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की विफलता है।
चुनाव से पहले चिंता
यह घटना उस वक्त आई है, जब बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (SIR) को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा है। ऐसे में यह मामला चुनाव आयोग के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। लोगों का मानना है कि अगर समय रहते इस पर कार्रवाई नहीं हुई, तो आगामी चुनावों पर असर पड़ सकता है।
तस्वीर का सच
वायरल हो रही तस्वीर में साफ दिख रहा है कि कार्ड पर अभिलाषा कुमारी का नाम और चंदन कुमार के रूप में पति का नाम सही है, लेकिन फोटो सीएम नीतीश कुमार की है। यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर हो रही है, जिससे मामले ने और तूल पकड़ लिया।
अगला कदम क्या?
अब सारी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि चुनाव आयोग इस मामले में क्या कदम उठाता है। चंदन कुमार ने कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर आंदोलन शुरू कर सकते हैं, अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं हुई। दूसरी ओर, स्थानीय लोग भी सड़कों पर उतरने की तैयारी में हैं।