Ad Image
PM मोदी ने त्रिनिदाद के पीएम कमला बिसेसर को भेंट की राममंदिर की प्रतिकृति || दिल्ली: आज से RSS के प्रांत प्रचारकों की बैठक, 6 जुलाई को होगी समाप्त || सहरसा: जिला मत्स्य पदाधिकारी को 40 हजार घूस लेते निगरानी ने किया गिरफ्तार || विकासशील देशों को साथ लिए बिना दुनिया की प्रगति नहीं होगी: PM मोदी || संवैधानिक संस्थाओं का इस्तेमाल कर चुनाव जीतना चाहती भाजपा: पशुपति पारस || मधुबनी: रहिका के अंचलाधिकारी और प्रधान सहायक घूस लेते गिरफ्तार || बिहार: BSF की सपना कुमारी ने विश्व पुलिस गेम्स में जीते 3 पदक || PM मोदी को मिला घाना का राष्ट्रीय सम्मान, राष्ट्रपति जॉन महामा ने किया सम्मानित || एक लाख करोड़ वाली आर डी आई योजना को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी || तेलंगाना : केमिकल फैक्ट्री में धमाका, 8 की मौत और 20 से अधिक घायल

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

सहरसा: विधवा महिला संग कमरे में पकड़े गए स्कूल हेडमास्टर, ग्रामीणों ने कराई शादी

लोकल डेस्क, श्रेयांश पराशर |
बिहार के सहरसा जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां ग्रामीणों ने एक स्कूल के प्रधानाध्यापक को विधवा महिला के साथ संदिग्ध हालत में पकड़ने के बाद उनकी उसी महिला से शादी करवा दी। मामला काशनगर थाना क्षेत्र के मैना गांव का है।
सहरसा जिले के काशनगर थाना क्षेत्र स्थित मैना गांव में उस वक्त हड़कंप मच गया जब ग्रामीणों ने पड़रिया मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक भुवनेश्वर पासवान को एक विधवा महिला के साथ संदिग्ध स्थिति में कमरे में पकड़ा। मामला सार्वजनिक होते ही गांव में भारी भीड़ जुट गई और ग्रामीणों ने पहले हेडमास्टर की जमकर पिटाई कर दी, फिर मौके पर ही महिला से उनकी शादी करवा दी।

जानकारी के मुताबिक, भुवनेश्वर पासवान मूल रूप से सासाराम के रहने वाले हैं और फिलहाल सहरसा के पड़रिया मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले वे मैना मध्य विद्यालय में शिक्षक थे, जहां उक्त महिला के दिवंगत पति भी पढ़ाते थे। महिला के पति की दो साल पहले चुनाव ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई थी।

घटना की सूचना मिलते ही काशनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को थाने ले गई। हालांकि, दोनों पक्षों में से किसी ने कोई लिखित शिकायत नहीं दी, इसलिए पुलिस ने पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया।

इस पूरी घटना के बाद से गांव में चर्चा का माहौल बना हुआ है। शिक्षा जैसे पवित्र पेशे से जुड़े एक व्यक्ति की इस तरह की घटना में संलिप्तता ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं, स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मामले की जांच की मांग की है।