
नेशनल डेस्क, श्रेयांश पराशर |
उप-राष्ट्रपति चुनाव 2025: सी.पी. राधाकृष्णन ने दाखिल किया नामांकन, एनडीए ने दिखाया एकजुटता का प्रदर्शन
आगामी उप-राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने बुधवार को अपनी ताक़त और एकजुटता का बड़ा प्रदर्शन किया। एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन ने संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में नामांकन पत्र दाखिल किया। इस ऐतिहासिक मौके पर प्रधानमंत्री स्वयं राधाकृष्णन के प्रस्तावक बने, जो गठबंधन की ओर से उम्मीदवार के प्रति गहरी सहमति और समर्थन का प्रतीक है।
नामांकन प्रक्रिया के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा समेत कई केंद्रीय मंत्री और सहयोगी दलों के शीर्ष नेता मौजूद रहे। जद(यू) से ललन सिंह और संजय झा, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) से चिराग पासवान तथा कई अन्य सहयोगी दलों के नेताओं की उपस्थिति ने इस मौके को और महत्वपूर्ण बना दिया।
राधाकृष्णन का नामांकन चार सेटों में दाखिल हुआ, जिनमें प्रत्येक में 20 प्रस्तावक और 20 अनुमोदक शामिल थे। पहले सेट में प्रधानमंत्री मोदी मुख्य प्रस्तावक के रूप में हस्ताक्षरकर्ता बने, जबकि अन्य सेटों में केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ एनडीए नेताओं ने समर्थन जताया। यह व्यापक सहमति न केवल राधाकृष्णन की उम्मीदवारी को मज़बूती देती है, बल्कि गठबंधन की एकजुटता का भी स्पष्ट संदेश देती है।
करीब 160 सांसदों और नेताओं की मौजूदगी में हुआ यह नामांकन एनडीए की रणनीतिक मजबूती को दर्शाता है। राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाने का निर्णय हाल ही में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के आवास पर हुई महत्वपूर्ण बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया था।
विश्लेषकों के अनुसार, विपक्ष फिलहाल उप-राष्ट्रपति चुनाव में बिखरा हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि एनडीए ने यह दिखा दिया है कि उसके भीतर समन्वय और अनुशासन मजबूत है। ऐसे में राधाकृष्णन की जीत लगभग तय मानी जा रही है। यह चुनाव न केवल एक व्यक्ति के चयन का मामला है, बल्कि आने वाले समय में भारतीय राजनीति में गठबंधन की ताकत और विपक्ष की भूमिका को भी परिभाषित करेगा।