
नेशनल डेस्क,नीतीश कुमार |
Meghalaya Honeymoon Murder Case: आकाश और आनंद ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान देने से किया इनकार, जांच में नया मोड़
मेघालय हनीमून मर्डर केस: सोनम रघुवंशी की शुरुआती स्वीकारोक्ति में सहायता करने वाले दो आरोपियों ने अब अपने बयान दोहराने से इनकार कर दिया है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, सोनम के पति राजा रघुवंशी की हत्या में मदद करने के आरोपी तीन में से दो आरोपियों आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी ने मजिस्ट्रेट के समक्ष पेशी के दौरान पूर्व में दिए गए अपने बयानों को दोहराने से इंकार कर दिया। पुलिस के अनुसार, जब गुरुवार को दोनों को मजिस्ट्रेट के सामने प्रस्तुत किया गया, तो उन्होंने चुप्पी साधे रखी और कोई बयान नहीं दिया।
शिलांग शहर के एसपी और विशेष जांच दल (SIT) के प्रमुख हर्बर्ट पिनियाड खारकोंगोर ने पुष्टि की कि हालांकि पुलिस पूछताछ में दोनों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की थी, लेकिन उन्होंने आधिकारिक रूप से गवाही देने से इनकार कर दिया। खारकोंगोर ने एनडीटीवी को बताया, "पुलिस के सामने दिया गया बयान अदालत में मान्य नहीं होता। कानूनी मान्यता सिर्फ मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज बयान को ही होती है। हालांकि, हमारे पास पर्याप्त साक्ष्य हैं और हम फॉरेंसिक रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रहे हैं।"
इन दोनों के अलावा, विशाल सिंह चौहान ने भी कथित तौर पर सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा की हत्या में मदद की थी।
मूल रूप से इंदौर की रहने वाली 24 वर्षीय सोनम और 29 वर्षीय राजा ने 11 मई को विवाह किया था। हालांकि, सोनम का संबंध पहले से ही राज से था, जो उनके पारिवारिक व्यवसाय में एकाउंटेंट के रूप में कार्य करता था।
विवाह के बाद, यह जोड़ा हनीमून मनाने मेघालय गया था। 23 मई को नोंग्रियाट गांव स्थित होमस्टे से चेक-आउट करने के बाद वे लापता हो गए। राजा का शव 2 जून को बरामद हुआ, जबकि सोनम कुछ दिनों बाद उत्तर प्रदेश में पाई गई। 8 जून को उसने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया। इसके तुरंत बाद आकाश, आनंद और विशाल को उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया गया। बाद में राज को भी हिरासत में ले लिया गया।