
विदेश डेस्क, नीतीश कुमार |
ISS जाने वाले पहले भारतीय बने शुभांशु शुक्ला; Axiom-4 मिशन ने भरी सफल उड़ान, लखनऊ में जश्न का माहौल
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने 25 जून ( बुधवार) को अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से Axiom Mission 4 (Ax-4) के तहत अंतरिक्ष के लिए सफल उड़ान भरी। इसके साथ ही वह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर पहुंचने वाले पहले भारतीय नागरिक बन जाएंगे। इससे पहले 1984 में राकेश शर्मा ने सोवियत संघ के Salyut-7 स्पेस स्टेशन पर उड़ान भरी थी, लेकिन वे ISS पर नहीं गए थे। इस तरह शुभांशु ISS पर जाने वाले पहले भारतीय बनेगें और कुल मिलाकर दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री।
28 घंटे की यात्रा के बाद गुरुवार शाम डॉकिंग की उम्मीद;
Falcon 9 रॉकेट के ज़रिए लॉन्च हुआ SpaceX का Crew Dragon यान, जिसमें शुभांशु समेत चार अंतरिक्ष यात्री सवार थे। यान ने 25 जून को दोपहर 12:01 बजे (IST) उड़ान भरी और लगभग 28 घंटे की यात्रा के बाद 26 जून की शाम 4:30 बजे IST (7:00 AM EDT) को ISS के Harmony मॉड्यूल से डॉक करेगा।
मिशन छह बार टला: तकनीकी दिक्कतें और दबाव असंतुलन प्रमुख कारण;
Ax-4 मिशन को कम से कम छह बार स्थगित किया गया था। कारणों में Falcon 9 और Dragon यान से जुड़ी तकनीकी समस्याएं, ISS पर मौजूद Zvezda मॉड्यूल में दबाव असंतुलन (जिसकी मरम्मत 2021 से चल रही थी), और कुछ मौसम संबंधी प्रतिबंध शामिल रहे। इन अड़चनों के बाद अंततः मिशन को हरी झंडी मिली।
14 दिन अंतरिक्ष में; प्रयोग, व्यवसायिक कार्य और संपर्क मिशन;
Axiom-4 एक प्राइवेट-एस्ट्रोनॉट मिशन है जो NASA और Axiom Space के संयुक्त प्रयास से संचालित हो रहा है। इस मिशन का उद्देश्य जीवविज्ञान, भौतिकी और अंतरिक्ष-प्रदूषण से जुड़े प्रयोगों के साथ-साथ शिक्षा और व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है। मिशन की अवधि 14 दिन निर्धारित है।
लखनऊ में जश्न, पिता बोले "पूरा देश गर्व करे";
शुभांशु शुक्ला के लखनऊ स्थित घर पर जश्न का माहौल है। उनके पिता शंभू दयाल शुक्ला ने मीडिया से कहा,
"यह पल सिर्फ हमारे लिए नहीं, पूरे देश के लिए गर्व का है। हमने बेटे को लाइव जाते देखा। आँखें गर्व से भर आईं। देशवासियों की दुआएँ उसके साथ हैं।"