
नेशनल डेस्क,नीतीश कुमार |
‘हनीमून से लौटते ही मुझसे भिड़ गईं’, TMC सांसद कल्याण बनर्जी का महुआ मोइत्रा पर निजी हमला, कोलकाता गैंगरेप केस से कैसे जुड़ा विवाद?
तृणमूल कांग्रेस (TMC) के वरिष्ठ नेता और सांसद कल्याण बनर्जी तथा महुआ मोइत्रा के बीच फिर से तनातनी शुरू हो गई है। यह विवाद साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में हुए कथित सामूहिक बलात्कार मामले पर कल्याण बनर्जी के विवादास्पद बयान के बाद भड़का। मोइत्रा ने सार्वजनिक रूप से बनर्जी की आलोचना की, जिसके जवाब में उन्होंने मोइत्रा के निजी जीवन पर टिप्पणी करते हुए उनकी बीजू जनता दल (BJD) के पूर्व सांसद पिनाकी मिश्रा से शादी का जिक्र कर दिया। इसके बाद TMC ने खुद को कल्याण बनर्जी और विधायक मदन मित्रा के बयानों से दूर कर लिया, जिसे महुआ मोइत्रा ने सराहा।
कल्याण बनर्जी ने क्या कहा?
कल्याण बनर्जी ने बयान देते हुए कहा, “महुआ मोइत्रा हनीमून से लौटकर मुझसे झगड़ा करने लगी हैं! वह मुझे महिला विरोधी कहती हैं। लेकिन वह खुद क्या हैं? उन्होंने 40 साल पुराना विवाह तोड़कर 65 वर्षीय व्यक्ति से शादी की। क्या उन्होंने उस महिला को चोट नहीं पहुंचाई जिससे वह व्यक्ति पहले से शादीशुदा था?”
उन्होंने आगे कहा कि जिस सांसद को नैतिकता के उल्लंघन पर संसद से निष्कासित कर दिया गया, वह मुझे अब नैतिकता का पाठ पढ़ा रही हैं। उन्होंने महुआ को ‘सबसे महिला विरोधी’ तक कह डाला।
TMC ने बनाई दूरी
यह बयान ऐसे समय पर आया जब TMC ने साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप केस पर कल्याण बनर्जी और मदन मित्रा के बयानों से सार्वजनिक रूप से दूरी बना ली थी। पार्टी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि ये दोनों नेताओं की व्यक्तिगत राय है, न कि पार्टी की। पार्टी ने उनके बयानों की कड़ी निंदा भी की।
महुआ मोइत्रा की प्रतिक्रिया
TMC की इस पोस्ट पर महुआ मोइत्रा ने टिप्पणी की कि भारत में महिलाओं के खिलाफ पूर्वाग्रह हर राजनीतिक दल में है, लेकिन TMC की खासियत यह है कि वह ऐसी अपमानजनक टिप्पणियों की निंदा करती है, चाहे वह किसी की भी हो।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना 25 जून की है जब 24 वर्षीय एक युवती ने आरोप लगाया कि तीन युवक मनोजीत मिश्रा, प्रमित मुखर्जी और जैब अहमद ने उसे कॉलेज के भीतर गार्ड के कमरे में ले जाकर बलात्कार किया। घटना के दौरान आरोपी ने उसका वीडियो भी बनाया और वायरल करने की धमकी दी। पीड़िता के मुताबिक उसे तीन घंटे से ज्यादा बंधक बनाकर रखा गया और विरोध करने पर हॉकी स्टिक से मारा गया।
कहां तक पहुंची जांच?
पुलिस ने 24 घंटे के अंदर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मनोजीत मिश्रा, जो TMC छात्र परिषद का पूर्व सदस्य और वकील है, कॉलेज में अनुबंध पर काम कर रहा था। साथ ही एक सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी को भी गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपी 1 जुलाई तक पुलिस हिरासत में हैं। मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है।
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने स्वतः संज्ञान लेकर समयबद्ध जांच की मांग की है, जबकि बीजेपी ने इस घटना को लेकर ममता सरकार पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है और महिलाओं की सुरक्षा में विफलता का आरोप लगाया है।