स्टेट डेस्क, श्रेयांश पराशर l
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक नया मोड़ सामने आया है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी ‘जनता उन्नयन पार्टी’ के गठन का ऐलान कर दिया है। हुमायूं कबीर ने कहा है कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य की सभी 294 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।
मुर्शिदाबाद जिले से विधायक रहे हुमायूं कबीर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनकी पार्टी का उद्देश्य आम जनता के विकास को प्राथमिकता देना है। इसी सोच के तहत पार्टी का नाम ‘जनता उन्नयन पार्टी’ रखा गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्नयन का अर्थ विकास है और उनकी राजनीति का केंद्रबिंदु भी यही रहेगा।
पार्टी के चुनाव चिह्न को लेकर भी हुमायूं कबीर ने अपनी पसंद जाहिर की है। उन्होंने कहा कि उनकी पहली पसंद ‘टेबल’ चुनाव चिह्न है, जबकि दूसरी पसंद ‘जुड़े गुलाब (ट्विन रोज़ेज)’ है। चुनाव आयोग से इस संबंध में औपचारिक प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
हुमायूं कबीर ने यह भी कहा कि यदि हालात की मांग हुई तो उनकी पार्टी सभी 294 विधानसभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारेगी। पार्टी के नाम की औपचारिक घोषणा मुर्शिदाबाद जिले के रेजीनगर में आयोजित एक सभा में की जाएगी, जिसके लिए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए हैं।
उन्होंने तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों के विरोधियों से अपील की कि वे एकजुट होकर अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में मौजूदा ममता बनर्जी सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए गठबंधन के रूप में चुनाव लड़ें।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि हुमायूं कबीर का यह कदम बंगाल की राजनीति में नए समीकरण बना सकता है, खासकर उन इलाकों में जहां तृणमूल से असंतोष की स्थिति बनी हुई है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता उन्नयन पार्टी राज्य की राजनीति में कितनी प्रभावी भूमिका निभा पाती है।







