
स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार |
आगरा में गैस सिलेंडर से रिसाव के कारण घर में भयानक आग: एक परिवार के 14 सदस्य झूलसे, बेटियों ने पिता को बचाने की कोशिश में खुद को खतरे में डाला
आगरा में गैस सिलेंडर में रिसाव के कारण एक घर में अचानक भीषण आग भड़क गई। आग को नियंत्रित करने से पहले ही एक परिवार के 14 लोग जल गए। स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस को सूचित किया गया। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस टीम ने सभी जले हुए लोगों को सीएचसी बाह पहुंचाया।
प्राथमिक चिकित्सा के उपरांत सभी 14 जले हुए व्यक्तियों को आगरा भेज दिया गया। घायलों में से अधिकांश की स्थिति गंभीर बनी हुई है। यह घटना रात्रि 11:30 बजे बाह क्षेत्र के ग्राम पुरा जसोल में घटित हुई।
पूरी घटना का विवरण...
पुरा जसोल निवासी जितेंद्र के घर में भोजन तैयार करते समय गैस सिलेंडर में रिसाव की समस्या आई। उनकी पत्नी द्वारा इस बात की जानकारी दी गई। इसके पश्चात जितेंद्र रसोई में सिलेंडर का रिसाव जांचने गए। अचानक से आग भड़क गई। जितेंद्र दरवाजा खोलने में असफल रहे और अंदर फंस गए। पत्नी और बच्चों ने आग देखकर चिल्लाना शुरू किया। आवाज सुनकर आए पड़ोसियों ने दरवाजा खोला। जितेंद्र के घर की पहली मंजिल पर रसोई स्थित है।
पिता की रक्षा हेतु बेटियों का त्याग;
रसोई में आग की लपटों से घिरे अपने पिता जितेंद्र को देखकर उनकी दोनों पुत्रियां कुमकुम और दिव्या उन्हें बचाने दौड़ीं। वे अपने पिता से लिपट गईं, जिससे वे भी जल गईं। जितेंद्र को बचाने के प्रयास में बहन प्रीति, पिता भागीरथ भी जल गए। दोनों पुत्रियों को 30 से 40 प्रतिशत जबकि जितेंद्र की बहन प्रीति और पिता भागीरथ को 60 से 70 प्रतिशत तक जलने की चोटें आईं।
पड़ोसियों के अनुसार, रसोई का दरवाजा खुलने के बाद आग से घिरे जितेंद्र को बचाने के क्रम में एक के बाद एक सभी आग की चपेट में आते गए। यह सब कुछ केवल 3 मिनट में घटित हुआ। आग में फंसे लोग सहायता की पुकार लगाते हुए छत पर इधर-उधर भाग रहे थे। अस्पताल में जलने के दर्द से तड़प रहे थे।
घायल व्यक्तियों की पहचान;
इस घटना में जो लोग घायल हुए उनकी पहचान लक्ष्मण पुत्र बधाईलाल, जितेंद्र पुत्र भागीरथ, प्रीति पुत्री भागीरथ, कुमकुम पुत्री जितेंद्र, केशव देवी पत्नी सिद्धेश्वर, देवेंद्र पुत्र पन्नालाल, आनंद प्रताप पुत्र पन्नालाल, सुरेंद्र प्रताप पुत्र सिद्धेश्वर, सौरभ पुत्र सुरेंद्र प्रताप, उमाशंकर पुत्र पातीराम, चंद्रावती पत्नी उमाशंकर, अगला पुत्र उमाशंकर, दिव्या पुत्री जितेंद्र और भागीरथ पुत्र बनखंडीलाल के रूप में की गई है।
घर से निकलने का एकमात्र रास्ता;
घायल अविनाश सिंह का कहना है- हमारे परिवार के कुल 14 लोग घायल हुए हैं। जानकारी देने के बावजूद भी दमकल की गाड़ी नहीं आई। हमने स्वयं ही आग पर काबू पाया। जब तक आग को बुझाया जा सका, तब तक घर का अधिकांश सामान जलकर खाक हो चुका था।
पड़ोसी महिला का बयान;
संपूर्ण परिवार एक ही घर में निवास करता है। बाहर जाने के लिए केवल एक ही दरवाजा है। बाह सीएचसी के अधीक्षक जितेंद्र वर्मा ने जानकारी दी- जिला पूरा के गांव में एक परिवार के कई सदस्य आग से जले हैं। इनमें से कई की गंभीर स्थिति के कारण आगरा रेफर किया गया है। यह दुर्घटना गैस रिसाव के कारण हुई। आग की चपेट में आए लोग 25 से 90 प्रतिशत तक जले हैं।
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार पीड़ित के घर पहुंचे। परिवारजनों से मुलाकात की। घटना की विस्तृत जानकारी ली।