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आचार संहिता उल्लंघन के मामले में पप्पू यादव पर FIR दर्ज

स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार।

बिहार विधानसभा चुनाव की आधिकारिक घोषणा के बाद पहले चरण में 6 नवंबर को मतदान होगा। इस चरण में वैशाली जिले की आठ विधानसभा सीटों पर भी वोटिंग तय है। इसी बीच पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव शुक्रवार को बाढ़ प्रभावितों से मिलने वैशाली के सहदेई प्रखंड स्थित गनियारी गांव पहुंचे। यहां उन्होंने गंगा नदी के कटाव से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं।

इस दौरान पप्पू यादव पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगा है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दरअसल, मौके पर वे बाढ़ पीड़ितों को आर्थिक मदद के तौर पर 2000 से 3000 रुपये नकद देते हुए दिखाई दिए। यह दृश्य कैमरे में स्पष्ट रूप से कैद हुआ, जहां लिस्ट से नाम पुकारकर एक-एक व्यक्ति को रुपये दिए जा रहे थे।

पप्पू यादव ने मौके पर स्थानीय अधिकारियों से फोन पर बात कर कटाव पीड़ितों की समस्याओं के समाधान की मांग की। ग्रामीणों ने सांसद के सामने अपनी परेशानियां रखीं, जिस पर उन्होंने हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने इस दौरान क्षेत्रीय सांसद चिराग पासवान और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय पर निशाना साधते हुए कहा कि “बड़े-बड़े नेता टिकट के चक्कर में लगे हैं, लेकिन कटाव पीड़ितों से मिलने का किसी को वक्त नहीं है।”

पप्पू यादव ने यह भी कहा कि उन्होंने वैशाली के जिलाधिकारी को फोन किया, लेकिन डीएम ने कॉल रिसीव नहीं किया। फिलहाल, इस घटना पर सवाल उठ रहे हैं कि आचार संहिता लागू होने के बाद खुलेआम नकद राशि बांटना क्या चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है या नहीं। इस पर अभी तक प्रशासन या आयोग की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।