
नेशनल डेस्क, श्रेयांश पराशर |
इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) के दलों ने संसद सत्र शुरू होने से पहले उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर रणनीति बनाने के लिए सोमवार को संसद भवन परिसर में बैठक की। यह बैठक विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में आयोजित हुई, जिसमें गठबंधन के कई वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया।
बैठक का मुख्य एजेंडा उपराष्ट्रपति पद के लिए साझा उम्मीदवार पर चर्चा करना था। राजग (NDA) की ओर से पहले ही सी.पी. राधाकृष्णन को उम्मीदवार घोषित किया जा चुका है, ऐसे में विपक्षी दलों के सामने चुनौती है कि वे एकजुट रहकर मुकाबला करें या अलग-अलग रुख अपनाएँ। सूत्रों के अनुसार, कई दल चाहते हैं कि विपक्षी गठबंधन सर्वसम्मति से एक ऐसा उम्मीदवार मैदान में उतारे, जिसकी स्वीकार्यता व्यापक हो और जो भाजपा के राजनीतिक प्रभाव को संतुलित कर सके।
बैठक में साथ ही बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर विपक्षी दलों ने चिंता जताई। सांसदों ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि मतदाता सूची में गड़बड़ी कर विपक्षी मतदाताओं को हाशिए पर धकेला जा रहा है। इस दौरान विपक्षी नेताओं ने बैनर और नारेबाजी कर सरकार पर चुनावी प्रक्रिया से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उपराष्ट्रपति चुनाव विपक्ष के लिए एकता की परीक्षा होगा। यदि इंडिया गठबंधन संयुक्त उम्मीदवार उतारने में सफल रहता है, तो यह उनके लिए भविष्य की राजनीति में मजबूती का संकेत होगा। वहीं, यदि मतभेद उभरते हैं, तो इसका सीधा लाभ भाजपा को मिल सकता है।
स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में उपराष्ट्रपति चुनाव सिर्फ संवैधानिक पद का चुनाव नहीं, बल्कि संसद के अंदर और बाहर सत्ता और विपक्ष की ताकत का प्रतीक भी साबित होगा।