
विदेश डेस्क, ऋषि राज |
दक्षिण एशिया में एक बार फिर तनाव का माहौल पैदा हो गया है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमाई संघर्ष ने एक नए युद्ध जैसे हालात बना दिए हैं। काबुल पर पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक के बाद अफगानिस्तान ने पलटवार करते हुए पाकिस्तान की सीमावर्ती चौकियों पर हमला कर दिया है। दोनों देशों की सेनाएं कुर्रम बॉर्डर, हेलमंड, पक्तिया, खोश्त और नंगरहार के कई इलाकों में आमने-सामने हैं।
काबुल पर एयरस्ट्राइक के बाद तनाव बढ़ा
पाकिस्तान ने गुरुवार की रात अफगानिस्तान की राजधानी काबुल और पक्तिका प्रांत पर एयरस्ट्राइक की थी। पाकिस्तान की ओर से की गई इस कार्रवाई में काबुल के एक आवासीय मकान और एक वाहन को निशाना बनाया गया, जबकि पक्तिका प्रांत में लगभग 35 मकान और एक बाजार तबाह हो गया। पाकिस्तान ने दावा किया कि यह कार्रवाई TTP (Tehreek-e-Taliban Pakistan) के आतंकियों को निशाना बनाकर की गई थी, जो अफगान सीमा के अंदर से पाकिस्तान में हमले कर रहे थे।
हालांकि, इस हमले के बाद तालिबान प्रशासन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री मुल्ला याकूब ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि “अब पाकिस्तान को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।” और ठीक 24 घंटे बाद, अफगान सेना ने डूरंड लाइन पर पाकिस्तानी चौकियों पर गोलाबारी शुरू कर दी।
अफगान सेना का पलटवार और कब्जे का दावा
अफगानिस्तान की सेना ने दावा किया है कि उसने पाकिस्तान की कई फ्रंटियर कॉर्प्स पोस्टों पर कब्जा कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेलमंड, पक्तिया, खोश्त और नंगरहार प्रांतों में पाकिस्तान और अफगान सेना के बीच तीखी झड़पें जारी हैं। सीमा क्षेत्रों में लगातार गोलाबारी की आवाजें सुनाई दे रही हैं और स्थानीय लोगों को सुरक्षित इलाकों में जाने की सलाह दी गई है।
एबीपी न्यूज की एक रिपोर्ट में दो तस्वीरें जारी की गई हैं, जिनमें अफगान सैनिक पाकिस्तानी चौकियों की दिशा में फायरिंग करते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह हमला भारतीय समयानुसार सुबह साढ़े नौ बजे शुरू हुआ और कई घंटे तक चला। अफगान सेना ने आर्टिलरी और मोर्टार जैसे भारी हथियारों का इस्तेमाल किया।
पाकिस्तान घरेलू और सीमाई संकट से घिरा
पहले से ही TTP आतंकियों के हमलों से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए यह स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। पाकिस्तान की सेना फिलहाल देश के भीतर जारी गृहयुद्ध जैसी स्थिति, आर्थिक संकट और राजनीतिक अस्थिरता से पहले ही कमजोर पड़ी हुई है। ऐसे में पश्चिमी सीमा पर अफगान सेना के हमले ने पाकिस्तान की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
कुर्रम बॉर्डर पर पाकिस्तानी पोस्टों पर अफगान सैनिकों का कब्जा पाकिस्तान की सैन्य रणनीति पर सवाल खड़े कर रहा है। पाकिस्तान के मीडिया में दावा किया जा रहा है कि सेना ने “प्रत्युत्तर कार्रवाई” शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
तालिबान की चेतावनी और अफगान कमांडर का बयान
अफगानिस्तान की 201 खालिद बिन वालिद डिवीजन के कमांडर ने बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान ने काबुल पर हमला करके अफगान संप्रभुता का उल्लंघन किया है और “अब हर गोली का जवाब गोली से दिया जाएगा।” कमांडर ने यह भी कहा कि अफगान सेना तब तक हमला जारी रखेगी जब तक पाकिस्तान माफी नहीं मांगता और अपनी एयरस्ट्राइक रोकने की गारंटी नहीं देता।
सीमा पर हालात तनावपूर्ण
सूत्रों के मुताबिक, नंगरहार और खोश्त इलाकों में भारी गोलीबारी अभी भी जारी है। सीमा से सटे गांवों में हजारों लोग घर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की ओर जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने इस झड़प पर चिंता जताई है और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच यह झड़प दक्षिण एशिया के लिए एक बड़ा सुरक्षा संकट बनती जा रही है। काबुल पर एयरस्ट्राइक और उसके जवाब में हुए अफगान पलटवार ने दोनों देशों के बीच तनाव को चरम पर पहुंचा दिया है।
जहां पाकिस्तान अपने घरेलू मोर्चे पर कमजोर नजर आ रहा है, वहीं तालिबान शासित अफगानिस्तान ने यह दिखा दिया है कि वह अपनी संप्रभुता पर किसी तरह का समझौता नहीं करेगा। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि यह संघर्ष सीमित झड़प तक रहता है या फिर यह एक बड़े युद्ध का रूप ले लेता है।