Ad Image
Ad Image
चुनाव आयोग: EPIC नहीं तो 12 वैकल्पिक ID प्रूफ से कर सकेंगे मतदान || बिहार विधानसभा चुनाव 25 : 121 सीट के लिए अधिसूचना जारी || गाजा युद्ध विराम की निगरानी के लिए 200 अमेरिकी सैनिक होंगे तैनात || इजरायल और हमास ने किए गाजा शांति योजना पर हस्ताक्षर: राष्ट्रपति ट्रंप || टाइफून मातमो तूफान को लेकर चीन में ऑरेंज अलर्ट, सेना तैयार || हमास बंधकों को करेगा रिहा, राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा पर बमबारी रोकने को कहा || पहलगाम हमले के बाद पता चला कौन भारत का असली मित्र: मोहन भागवत || भारत के साथ व्यापार असंतुलन कम करने का अपने अधिकारियों को पुतिन का आदेश || मेक्सिको की राष्ट्रपति शीनबाम की इजरायल से अपील, हिरासत में लिए मेक्सिको के नागरिकों को जल्दी रिहा करें || शास्त्रीय गायक पद्मविभूषण छन्नूलाल मिश्र का मिर्जापुर में निधन, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

कांग्रेस के दोहरे चरित्र पर बिहार में सियासी संग्राम तेज

स्टेट डेस्क, श्रेयांश पराशर |

बिहार की सियासत इस समय कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप से गरमाई हुई है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कांग्रेस पार्टी और उसके शीर्ष नेतृत्व पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का दोहरा चरित्र अब जनता के सामने उजागर हो चुका है।

नवीन ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एक ओर बिहार में यात्रा निकालकर खुद को "हितैषी" बताने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पंजाब में बिहारी श्रमिकों के अपमान का खुलकर समर्थन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इससे बड़ा विरोधाभास और कुछ नहीं हो सकता। एक तरफ राहुल गांधी बिहारियों का भरोसा जीतने का प्रयास कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ प्रियंका गांधी का रुख बिहारियों के खिलाफ दिखाई देता है भाजपा नेता ने यह भी कहा कि राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव की संयुक्त यात्रा के दौरान जनता ने विरोध प्रदर्शन किया, जिससे साफ हो गया कि बिहार की जनता अब इन नेताओं के बहकावे में आने वाली नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले बिहारवासियों के श्रम का शोषण और अपमान किया गया, और अब चुनावी समय में इन्हीं नेताओं द्वारा "जनता को भ्रमित" करने के लिए यात्राएँ शुरू की जा रही हैं।

नवीन ने कांग्रेस और राजद पर तंज कसते हुए कहा कि इनकी राजनीति केवल चुनावी मौसम तक ही सीमित रहती है। जब चुनाव आते हैं तो सड़कों पर यात्रा और जनता के बीच वादे शुरू कर दिए जाते हैं, लेकिन जैसे ही चुनाव परिणाम सामने आते हैं, यह नेता गायब हो जाते हैं। यही कांग्रेस और उसके सहयोगियों की असली राजनीति है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बयानबाजी के जरिए भाजपा आगामी चुनाव में "बिहारी अस्मिता" को एक बड़ा मुद्दा बनाने की रणनीति अपना रही है। वहीं कांग्रेस के लिए यह चुनौती है कि वह इस दोहरे चरित्र के आरोप से खुद को कैसे बचाए। राहुल और प्रियंका गांधी की भूमिकाएँ निश्चित रूप से कांग्रेस की छवि पर असर डाल रही हैं, और विपक्षी दल इसी विरोधाभास को भुनाने की कोशिश कर रहे हैं।