
नेशनल डेस्क, श्रेयांश पराशर |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका द्वारा भारत पर व्यापारिक प्रतिबंधों के बीच एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि भारत अपने किसानों, पशुपालकों और मधुवालों के हितों के साथ कभी कोई समझौता नहीं करेगा। यह बयान भारत की आत्मनिर्भर कृषि नीति और किसानों की प्राथमिकता को दोहराता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत अपने किसानों, पशुपालकों और मधुवालों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और उनके हितों के साथ कभी भी समझौता नहीं करेगा। यह बयान उन्होंने प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक और हरित क्रांति के जनक डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन की जन्म शताब्दी पर आयोजित समारोह में दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारे लिए अपने किसानों का हित सर्वोच्च प्राथमिकता है। सरकार किसानों की आय बढ़ाने, खेती पर खर्च कम करने और आय के नए स्रोत तैयार करने पर लगातार काम कर रही है।"
यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका ने भारत के साथ व्यापार समझौते की वार्ता के बीच आयात शुल्क को 25% से बढ़ाकर 50% करने की घोषणा की है। भारत के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के इस कदम को 'दुर्भाग्यपूर्ण और तर्कहीन' करार देते हुए दोहराया है कि भारत अपने हितों की रक्षा करेगा।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने "डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार" की शुरुआत की भी घोषणा की, जो कृषि और शांति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार उनके योगदान की स्मृति को हमेशा जीवित रखेगा।
यह बयान भारत की किसान-हितैषी नीति की दृढ़ता को दर्शाता है।