
नेशनल डेस्क |
पटना: इस साल का रक्षा बंधन बिहार की राजधानी पटना में एक अनोखी मिसाल बन गया, जब मशहूर शिक्षक खान सर की कलाई पर 15,000 से भी अधिक राखियाँ बंधीं। शहर के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित इस भव्य समारोह में हजारों छात्राएँ, बहनें और समर्थक शामिल हुए। राखियों का भार इतना अधिक था कि खुद खान सर ने मज़ाक में कहा—“भैया, अब हम उठेंगे कैसे, एक आदमी को पकड़कर ले जाना पड़ेगा।”
कौन हैं खान सर?
असली नाम फ़ैज़ल खान वाले खान सर उत्तर प्रदेश के देवरिया के रहने वाले हैं। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बी.एससी., एम.एससी. और एम.ए. (भूगोल) की पढ़ाई की। शुरुआती संघर्षों के बाद पटना में कोचिंग शुरू की और 2019 में Khan GS Research Centre का YouTube चैनल लॉन्च किया, जो आज 2 करोड़ 30 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स के साथ देश के सबसे लोकप्रिय शैक्षिक चैनलों में गिना जाता है। उनके पढ़ाने का तरीका सीधा, सरल और ह्यूमर से भरा होता है, जिससे वे लाखों छात्रों के प्रिय बन चुके हैं।
156 व्यंजन और भावनाओं का भोज
इस अवसर पर खान सर ने सभी छात्राओं के लिए 156 तरह के व्यंजनों का विशेष भोज भी रखा। उन्होंने इस आयोजन को सिर्फ भाई-बहन के रिश्ते का नहीं, बल्कि एक शिक्षक और विद्यार्थियों के गहरे जुड़ाव का प्रतीक बताया। उनकी इस उदारता और आत्मीयता ने सोशल मीडिया पर भी खूब सराहना बटोरी।
रक्त संचार तक प्रभावित हो गया
लगातार राखी बंधने के कारण उनके हाथों में रक्त संचार तक प्रभावित हो गया। इस पर भी उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज़ में कहा—“डॉक्टर बुलाइए, ब्लड सर्कुलेशन रुक गया।”
भावनाओं से भरा रक्षा बंधन
खान सर ने कहा कि वे इन छात्राओं को अपनी असली बहनों जैसा मानते हैं और यह पल उनके जीवन के सबसे यादगार पलों में रहेगा। उनका यह रक्षा बंधन समारोह शिक्षा से आगे बढ़कर एक भावनात्मक और सांस्कृतिक उत्सव का रूप ले चुका था।