
एन. के. सिंह, मोतिहारी |
दोनों राज्यों की सरकारें पीड़ितों को मुआवज़ा देने की तैयारी में हैं, जबकि परिजन घटनास्थल पर पहुँचे.....
शुक्रवार की सुबह पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले में एक दिल दहला देने वाले सड़क हादसे ने मोतिहारी को शोकाकुल कर दिया। गंगासागर में पवित्र स्नान और दर्शन कर घर लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी एक बस ने अचानक आगे चल रहे एक डंपर में ज़ोरदार टक्कर मार दी। इस भयावह दुर्घटना में 11 लोगों ने मौके पर ही अपनी जान गंवा दी, जबकि 35 से अधिक तीर्थयात्री घायल हो गए। यह घटना शुक्रवार, 15 अगस्त को सुबह करीब 7 बजे हुई। बस में सवार सभी यात्री चिरैया प्रखंड के सरसवा घाट और लालबेगिया गांवों के रहने वाले थे, जो अपनी "चार धाम यात्रा" समाप्त कर रहे थे। ये सभी 10 अगस्त को एक साथ बाबाधाम, बासुकीनाथ, हरिद्वार और गंगासागर जैसे तीर्थस्थलों की यात्रा पर निकले थे।
चिरैया प्रखंड के गांवों में शोक की लहर, मृतकों और घायलों की पहचान
इस दुखद खबर के मोतिहारी पहुँचते ही, चिरैया प्रखंड के सरसवा घाट और लालबेगिया गांवों में शोक की लहर फैल गई। मृतकों में सरसवा घाट से चार और लालबेगिया से दो लोगों की पहचान की गई है। सरसवा घाट से जान गंवाने वालों में नगीना सहनी (76), जोगी सहनी (65), पारस साह (55), और सुनरपती देवी (50) शामिल हैं। वहीं, लालबेगिया गांव के निवासी, भवानी बस के मैनेजर राजू सहनी उर्फ राजू दादा की पत्नी मीरा देवी (50), जो वार्ड नंबर 9 की आंगनवाड़ी सहायिका थीं, और उनका छोटा पुत्र अमरजीत कुमार (14) भी इस हादसे का शिकार हो गए हैं। इस दुर्घटना में दोनों गांवों के कई लोग घायल हुए हैं। सरसवा घाट से लगभग 15 लोग घायल हुए, जिनमें रंजीत राय (35), अवधेश पासवान (45) और उनकी पत्नी विभा देवी (40), आनंदी देवी (70), लालबाबू साह (45) और उनकी पत्नी संजू देवी (40), आसदेव सहनी (55), बिहारी साह (35), संजय पासवान (40) और उनकी पत्नी किरण देवी (38), अनिशा कुमारी (15), विक्रम कुमार (12), और कल्लू कुमार (12) के नाम सामने आए हैं। इसके अलावा, लालबेगिया से घायल हुए लोगों में राजू सहनी उर्फ राजू दादा (52) और उनके पुत्र विश्वजीत कुमार (19), और उनके दामाद सहित गजराज सहनी (55) और उनकी पत्नी शारदा देवी (50) शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल राज्य के पूर्वी वर्धमान में बिहार के 11 लोगों की सड़क दुर्घटना में हुयी मौत पर मुख्यमंत्री ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है प्रत्येक मृतक के शोक संतप्त परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रूपये तथा घायलों को 50-50 हजार रूपये अनुग्रह अनुदान उपलब्ध कराने का दिया निर्देश |
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पश्चिम बंगाल राज्य के पूर्वी वर्धमान में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-19 पर यात्रियों से भरी बस और ट्रैक्टर ट्रॉली के बीच हुयी टक्कर में 11 लोगों की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने इस घटना को काफी दुखद बताया है।
मुख्यमंत्री ने बिहार के मृतक के शोक संतप्त परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रूपये तथा घायलों को 50-50 हजार रूपये अनुग्रह अनुदान उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने इस दुर्घटना में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।मुख्यमंत्री ने मृतकों के पार्थिव शरीर को उनके घरों तक पहुंचाने एवं घायलों के समुचित इलाज के लिए पश्चिम बंगाल सरकार से समन्वय स्थापित कर समुचित कार्रवाई करने का अधिकारियों को निर्देश दिया है।मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
तत्काल राहत और बचाव कार्य, परिजन पहुंचे घटनास्थल पर
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुँचे। घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। कुछ घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है। मोतिहारी में जब इस घटना का पता चला, तो सरसवा घाट से ओमप्रकाश सहनी के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीण दो गाड़ियों से तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। फिलहाल, पीड़ितों के परिजन घटनास्थल पर पहुँच चुके हैं।
पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि पीड़ितों के परिवारों से बैंक अकाउंट की जानकारी मांगी जा रही है, ताकि उन्हें आपदा कोष से मुआवज़े की राशि दी जा सके। साथ ही, पश्चिम बंगाल सरकार ने भी पीड़ितों को मुआवज़ा देने का आश्वासन दिया है।