
विदेश डेस्क, आर्या कुमारी |
अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ को लेकर तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि यूएस को चीन से कोई समस्या नहीं होगी और दोनों देश व्यापार वार्ता पर विचार कर रहे हैं। ट्रंप ने चीन पर लगाए गए 100 प्रतिशत शुल्क को अस्थायी बताया और बातचीत की उम्मीद जताई। वहीं, अमेरिकी वित्त मंत्री ने इस हफ्ते के अंत में होने वाली वार्ता की जानकारी दी। टैरिफ वॉर का असर अब वैश्विक स्तर पर दिख रहा है, लेकिन चीन बातचीत के लिए तैयार है।
हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच व्यापार शुल्क को लेकर खिंचाव बढ़ा है। इस बीच राष्ट्रपति ट्रंप ने भरोसा जताया है कि यूएस और चीन के बीच सब कुछ ठीक हो जाएगा।
राष्ट्रपति ट्रंप ने क्या कहा?
रविवार को फॉक्स न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में राष्ट्रपति ट्रंप से चीन के साथ व्यापार और शुल्क को लेकर सवाल पूछा गया। ट्रंप ने कहा, “चीन पर 100 प्रतिशत शुल्क कोई स्थायी कदम नहीं है। लेकिन अगर बातचीत नहीं बनती, तो इसे जारी रखा जा सकता है।” उन्होंने कहा कि अमेरिका और चीन के रिश्ते अच्छे हैं और संभावना है कि दक्षिण कोरिया में होने वाली एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग बैठक में दोनों देशों के बीच वार्ता होगी। ट्रंप ने कहा, “मुझे लगता है कि चीन के साथ सब ठीक रहेगा, बस समझौता निष्पक्ष होना चाहिए।” इस बीच अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने पुष्टि की कि दोनों देशों के बीच इस हफ्ते वार्ता होगी।
टैरिफ का असर और चीन का रुख
अमेरिका-चीन टैरिफ वॉर का असर अब अन्य देशों तक फैल गया है। इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल जैसे उत्पादों के दाम बढ़ रहे हैं, जिससे अमेरिकी उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। वहीं, चीन ने संकेत दिया है कि वह अमेरिका के साथ बातचीत के लिए तैयार है। हालांकि, ट्रंप का कहना है कि उनकी प्राथमिकता अमेरिकी उद्योग और रोजगार की सुरक्षा है, जिसके लिए वे किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।