ड्रग तस्करी के मामले में अमेरिका ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति की गिरफ्तारी पर ₹438 करोड़ का इनाम घोषित किया

विदेश डेस्क, ऋषि राज |
अमेरिका ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की गिरफ्तारी को लेकर इनाम की राशि दोगुनी कर दी है। अब मादुरो की गिरफ्तारी या उसके बारे में महत्वपूर्ण सूचना देने वाले को 50 मिलियन डॉलर (करीब 438 करोड़ रुपये) मिलेंगे। यह इनाम राशि कुख्यात आतंकी ओसामा बिन लादेन पर घोषित इनाम से भी अधिक है।
अमेरिकी प्रशासन के अनुसार, मादुरो पर फेंटानिल-मिश्रित कोकीन की तस्करी के गंभीर आरोप हैं। अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने एक वीडियो संदेश में कहा—"मादुरो ने अपने पद का दुरुपयोग कर अंतरराष्ट्रीय नशा-तस्करी नेटवर्क को बढ़ावा दिया है और वह अपने अपराधों की सजा जरूर पाएगा।”
यह मामला नया नहीं है। 2020 में न्यूयॉर्क की एक अदालत में मादुरो पर नार्को-टेररिज्म और ड्रग तस्करी के आरोप लगाए गए थे। उस समय उसके खिलाफ 15 मिलियन डॉलर (125 करोड़ रुपये) का इनाम घोषित हुआ था, जिसे बाद में बढ़ाकर 25 मिलियन डॉलर (208.75 करोड़ रुपये) किया गया।
ट्रंप प्रशासन का सख्त रुख
ट्रंप प्रशासन ने गुरुवार (7 अगस्त 2025) को इस इनाम को दोगुना करते हुए 50 मिलियन डॉलर करने की घोषणा की। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यह कदम मादुरो पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ाने के लिए उठाया गया है।
वेनेजुएला की प्रतिक्रिया
वेनेजुएला के विदेश मंत्री ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया और अमेरिका पर “राजनीतिक प्रचार” करने का आरोप लगाया। मादुरो ने भी पहले इन आरोपों को साजिश करार दिया था और कहा था कि वेनेजुएला की संप्रभुता से समझौता नहीं होगा।
वैश्विक प्रभाव
विशेषज्ञों का मानना है कि यह इनाम राशि न केवल मादुरो के खिलाफ अमेरिका के कड़े रुख को दर्शाती है, बल्कि यह वेनेजुएला पर कूटनीतिक और आर्थिक दबाव को और बढ़ा सकती है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय दबाव और इनाम के बावजूद, मादुरो अब तक सत्ता पर कायम हैं।
यह घोषणा अमेरिका की मादुरो के खिलाफ सबसे आक्रामक कार्रवाई मानी जा रही है, जो ड्रग तस्करी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक बड़ा संदेश भी है।