
नेशनल डेस्क, वेरोनिका राय |
दिल्ली बनेगा ‘फिल्मी हब’: CM रेखा गुप्ता ने नई फिल्म पॉलिसी, सिंगल विंडो सिस्टम और इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का किया ऐलान
राजधानी दिल्ली को सिर्फ राजनीति और ऐतिहासिक धरोहर के लिए ही नहीं, बल्कि फिल्म निर्माण और सांस्कृतिक रचनात्मकता के नए केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए दिल्ली सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को सेलिब्रेटिंग इंडिया फिल्म फेस्टिवल (CIFF) के समापन समारोह में ऐलान किया कि सरकार जल्द ही नई फिल्म पॉलिसी लागू करेगी, जिसके तहत फिल्म निर्माताओं को कई सहूलियतें मिलेंगी।
फिल्मी हब के रूप में दिल्ली
सीएम ने बताया कि दिल्ली को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय ग्लोबल शूटिंग डेस्टिनेशन बनाने के लिए एक समग्र फिल्म नीति तैयार की जा रही है। इसके तहत फिल्म निर्माताओं को लोकेशन परमिशन, लॉजिस्टिक सपोर्ट और अन्य आवश्यक अनुमतियां सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए मिलेंगी, जिससे समय और प्रक्रियागत अड़चनों में काफी कमी आएगी। इस उद्देश्य से सरकार ने 3 करोड़ रुपये का बजट तय किया है।
रेखा गुप्ता ने कहा, “दिल्ली में राजनीति, इतिहास और सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ ऐसी लोकेशंस भी हैं जो किसी भी बड़े प्रोडक्शन के लिए आदर्श साबित हो सकती हैं। हमारी नई फिल्म पॉलिसी फिल्म इंडस्ट्री का मनोबल बढ़ाएगी और दिल्ली की पहचान को नए स्तर पर ले जाएगी।”
एनएसडी की विरासत और नए अवसर
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) का जिक्र करते हुए कहा कि यहां से जुड़े कलाकारों ने न केवल देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी कला का लोहा मनवाया है। इसके बावजूद, दिल्ली में फिल्म उद्योग के विकास के लिए अब तक कोई ठोस और व्यापक पहल नहीं हुई। नई नीति इस कमी को दूर करेगी और रचनात्मक पेशेवरों को अपने शहर में ही अधिक अवसर उपलब्ध कराएगी।
अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का आयोजन
रेखा गुप्ता ने एक और बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि दिल्ली में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए 30 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। इस महोत्सव में न केवल भारतीय सिनेमा बल्कि दुनिया भर के विभिन्न विषयों पर बनी फीचर फिल्में और डॉक्यूमेंट्री दिखाई जाएंगी। इसका उद्देश्य दिल्ली की सांस्कृतिक विविधता और कला को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करना है।
सांस्कृतिक चेतना को नई पहचान
सीएम के अनुसार, यह पहल न सिर्फ फिल्म निर्माताओं के लिए फायदेमंद होगी बल्कि दिल्ली के पर्यटन, स्थानीय अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक पहचान को भी नई ऊंचाई देगी। फिल्म शूटिंग से स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, होटल और परिवहन क्षेत्र को भी लाभ होगा। साथ ही, दिल्ली को एक आधुनिक और रचनात्मक शहर के रूप में प्रमोट किया जा सकेगा।
मुख्य घोषणाएं एक नज़र में
- नई दिल्ली फिल्म पॉलिसी लागू होगी।
- फिल्म निर्माताओं को सिंगल विंडो सिस्टम से परमिशन मिलेगी।
- फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए 3 करोड़ रुपये का बजट।
- दिल्ली में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन, 30 करोड़ रुपये का प्रावधान।
- दिल्ली को ग्लोबल शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में प्रमोट किया जाएगा।
इन पहलों से दिल्ली न केवल बॉलीवुड और क्षेत्रीय फिल्मों का केंद्र बनेगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय फिल्म इंडस्ट्री के लिए भी एक आकर्षक लोकेशन साबित होगी।