नवादा में RJD को झटका: विधायक विभा देवी-प्रकाश वीर की दूरी, NDA में जाने की चर्चा तेज

स्टेट डेस्क, श्रेया पांडेय |
नवादा में RJD को बड़ा झटका: विधायक विभा देवी और प्रकाश वीर ने बनाई पार्टी से दूरी, NDA में शामिल होने की अटकलें तेज.....
बिहार की राजनीति में लगातार नए समीकरण बनते और बिगड़ते रहते हैं। इसी कड़ी में नवादा ज़िले से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को एक बड़ा झटका लगा है। नवादा की विधायक विभा देवी और उनके पति पूर्व सांसद प्रकाश वीर ने पार्टी से दूरी बना ली है। बताया जा रहा है कि दोनों नेता हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में मंच पर मौजूद रहे, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। इस कदम को लेकर अब यह अटकलें तेज हो गई हैं कि विभा देवी और प्रकाश वीर जल्द ही एनडीए (NDA) खेमे में शामिल हो सकते हैं।
विभा देवी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में नवादा सीट से RJD के टिकट पर जीत हासिल की थी। वहीं उनके पति प्रकाश वीर पूर्व में नवादा से सांसद रह चुके हैं और स्थानीय राजनीति में उनकी गहरी पकड़ मानी जाती है। दोनों ही नेताओं का RJD से मोहभंग होना पार्टी के लिए निश्चित तौर पर एक बड़ा झटका माना जा रहा है, खासकर उस समय जब बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव नज़दीक हैं और सभी दल अपनी-अपनी ताक़त को मज़बूत करने में जुटे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया रैली में दोनों नेताओं की मौजूदगी ने साफ संकेत दे दिया है कि वे RJD की लाइन से हटकर अब NDA के साथ खड़े होने की तैयारी कर रहे हैं। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि अगर विभा देवी और प्रकाश वीर NDA में शामिल होते हैं तो नवादा और आसपास के इलाक़ों में बीजेपी-एनडीए की स्थिति और मज़बूत हो सकती है।
RJD की ओर से इस घटनाक्रम पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं में मायूसी साफ झलक रही है। स्थानीय स्तर पर कई लोग मानते हैं कि RJD में उन्हें वह सम्मान और राजनीतिक अवसर नहीं मिल पा रहा था जिसकी वे अपेक्षा कर रहे थे। यही वजह है कि धीरे-धीरे दोनों ने पार्टी से दूरी बना ली।
राजनीति के जानकारों का कहना है कि नवादा सीट हमेशा से ही राजनीतिक दृष्टि से अहम मानी जाती रही है। यहां का सामाजिक समीकरण और जातीय संतुलन किसी भी पार्टी की जीत-हार में निर्णायक भूमिका निभाता है। ऐसे में विभा देवी और प्रकाश वीर जैसे प्रभावशाली नेताओं का NDA की ओर रुख करना, आने वाले चुनाव में RJD की स्थिति को कमजोर कर सकता है।
इधर, NDA खेमे में भी उनकी सक्रियता को लेकर चर्चा तेज है। बीजेपी और जदयू (JDU) के स्थानीय नेताओं का मानना है कि अगर ये दोनों नेता औपचारिक तौर पर NDA में शामिल हो जाते हैं, तो इसका सीधा असर नवादा, शेखपुरा और नालंदा तक देखने को मिलेगा। इसके साथ ही, RJD से नाराज़ चल रहे अन्य नेताओं को भी NDA की ओर खींचने में मदद मिल सकती है।
कुल मिलाकर, बिहार की राजनीति एक बार फिर करवट लेती दिख रही है। नवादा में RJD को लगा यह झटका पार्टी की संगठनात्मक मज़बूती और चुनावी रणनीति दोनों पर असर डाल सकता है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में विभा देवी और प्रकाश वीर औपचारिक रूप से किस राजनीतिक पाले में अपनी पहचान दर्ज कराते हैं। लेकिन इतना तय है कि उनकी इस दूरी ने RJD की मुश्किलें बढ़ा दी हैं और NDA की उम्मीदों को पंख लगाए हैं।