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लोकल डेस्क, नीतीश कुमार |
राधा मोहन सिंह का आरोप: ‘नेहरू और जिन्ना ने पहले ही प्रधानमंत्री बनने की डील कर ली थी’
मोतिहारी : श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्वी चंपारण से सांसद राधा मोहन सिंह ने नेहरू और जिन्ना पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “अगर श्यामा प्रसाद मुखर्जी नहीं होते, तो आज आधा पंजाब और पूरा बंगाल पाकिस्तान में होता।” उनका आरोप था कि देश का बंटवारा महज सत्ता की लालसा का परिणाम था।
नेहरू-जिन्ना ने पहले ही किया था समझौता:
राधा मोहन सिंह ने अपने भाषण में दावा किया कि आजादी से पहले ही नेहरू और जिन्ना के बीच यह तय हो गया था कि नेहरू भारत और जिन्ना पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनेंगे। उनके अनुसार, “इन दोनों नेताओं के लिए आजादी से ज्यादा महत्वपूर्ण खुद प्रधानमंत्री बनना था।”
श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान से बचा देश का नक्शा:
मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राधा मोहन सिंह ने कहा, “अगर उनका बलिदान न होता, तो भारत का वर्तमान भूगोल भी न बचता। कश्मीर को भारत में बनाए रखने के लिए उन्होंने अपने प्राण तक न्योछावर कर दिए।”
चुनावी माहौल में कांग्रेस पर तीखा हमला:
विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही भाजपा नेताओं के बयानों का तीखापन बढ़ गया है। राधा मोहन सिंह का यह बयान ऐसे समय में आया है जब राहुल गांधी के सैनिटरी पैड मामले पर राजनीतिक बहस जारी है। भाजपा कांग्रेस को हर मोर्चे पर घेरने की कोशिश में लगी है।
देश की आजादी में कई महापुरुषों का योगदान;
राधा मोहन सिंह ने यह भी कहा कि भारत की स्वतंत्रता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल और श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे अनेक महापुरुषों का अमूल्य योगदान रहा है। लेकिन कुछ नेताओं ने सत्ता की चाह में देश का विभाजन करवा दिया। उन्होंने कहा, “हमें इतिहास के असली नायकों को याद रखना चाहिए, न कि किसी एक परिवार को ही।”