
नेशनल डेस्क, एन.के. सिंह |
पूर्वी चंपारण: पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में मोतिहारी और चिरैया के 11 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 35 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं। सभी श्रद्धालु गंगासागर से तीर्थ यात्रा कर घर लौट रहे थे। हादसे ने पूर्वी चंपारण के कई परिवारों को गहरे शोक में डाल दिया है।
तेज रफ्तार ट्रक से टकराई बस
जानकारी के अनुसार, देर रात श्रद्धालुओं से भरी बस ड्राइवर की लापरवाही के चलते अनियंत्रित होकर तेज रफ्तार ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस के परखच्चे उड़ गए और मौके पर ही चीख-पुकार मच गई।
एक परिवार उजड़ गया
लालबेगिया घाट निवासी राजू साहनी (55) ने हादसे में अपनी पत्नी मीरा देवी (50) और 14 वर्षीय बेटे अमरजीत को खो दिया। राजू साहनी और उनका बड़ा बेटा विश्वजीत भी गंभीर रूप से घायल हैं। यह हादसा पूरे गांव के लिए एक गहरी त्रासदी बन गया है।
मृतकों की सूची
हादसे में जान गंवाने वालों में मीरा देवी (लालबेगिया), अमरजीत कुमार (लालबेगिया), जोगी साहनी (सरसवाघाट), नगीना साहनी (सरसवाघाट), नरेश पासवान (हरिहर छपरा), पुंडेब पासवान (हरिहर छपरा), सुंदरपति देवी (सरसवाघाट), सुकदेव शर्मा (छतौनी बढ़ई टोला), शिवशंकर गिरि (लक्ष्मीपुर), पारस साह (सरसवाघाट) और संदीप कुमार (रौकररिया) शामिल हैं।
गांवों में मातम
हादसे की खबर जैसे ही मोतिहारी और चिरैया पहुँची, गांवों में मातम पसर गया। मृतकों के घरों में चीख-पुकार मची हुई है और लोग अपने परिजनों के अंतिम दर्शन के इंतजार में बेसुध पड़े हैं।
सरकारी मदद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई है। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये मुआवजा और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। मोतिहारी जिला प्रशासन पीड़ित परिवारों तक मदद पहुँचाने में जुटा है।