लोकल डेस्क, एन के सिंह।
टीकाकरण और जन औषधि से बदल रही देश की तस्वीर।सीकरीया फार्मेसी कॉलेज में ‘राष्ट्रीय फार्मेसी सप्ताह’ का भव्य समापन, IMA अध्यक्ष ने छात्रों को किया पुरस्कृत।
मोतिहारी/पूर्वी चम्पारण। स्वास्थ्य सेवाओं में फार्मासिस्ट की भूमिका केवल दवा देने तक सीमित नहीं है, बल्कि वे टीकाकरण और जन-जागरूकता के माध्यम से देश की तस्वीर बदल रहे हैं। यह विचार मोतिहारी के सीकरीया फार्मेसी कॉलेज में आयोजित सात दिवसीय 'राष्ट्रीय फार्मेसी सप्ताह' के समापन समारोह में उभरकर सामने आए।
दीप प्रज्वलन के साथ हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम का उद्घाटन IMA अध्यक्ष डॉ. आशुतोष शरण, भाजपा नेत्री डॉ. हीना चन्द्रा, वरिष्ठ पत्रकार प्रो. चन्द्रभूषण पाण्डेय और कॉलेज के सचिव यमुना कुमार सीकरीया ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
वैक्सीनेशन के 'एडवोकेट' बने फार्मासिस्ट
कॉलेज के सचिव यमुना कुमार सीकरीया ने केंद्र सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय फार्मेसी परिषद (PCI) के निर्देशानुसार इस वर्ष की थीम "फार्मासिस्ट: एज द एडवोकेट ऑफ वैक्सीनेशन" रखी गई है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों की संख्या मार्च 2027 तक 25,000 करने का लक्ष्य है, जिससे आम जनता को 75% कम कीमत पर दवाएं मिल सकेंगी।
विशेषज्ञों की राय: एक अटूट कड़ी
डॉ. आशुतोष शरण: उन्होंने छात्रों को नई वैक्सीन तकनीकों के बारे में बताते हुए कहा कि यह बीमारियों के खिलाफ मानव जाति का सबसे बड़ा हथियार है।
डॉ. हीना चंद्रा: उन्होंने डॉक्टर और फार्मासिस्ट को एक-दूसरे का पूरक बताया और कहा कि सटीक उपचार के लिए फार्मेसी का ज्ञान अनिवार्य है।
प्रो. चन्द्रभूषण पाण्डेय: उन्होंने फार्मेसी को युवाओं के लिए एक सुनहरा करियर विकल्प करार दिया।
समापन के अवसर पर छात्रों ने शानदार रंगोली बनाई। विजेता प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। प्राचार्य प्रीति दुबे ने सभी का आभार व्यक्त किया।
विकल्प 2: संक्षिप्त और आकर्षक 'बॉक्स' स्टाइल (युवा/करियर विशेष के लिए)
मोतिहारी: सीकरीया फार्मेसी कॉलेज में राष्ट्रीय फार्मेसी सप्ताह का समापन
प्रमुख बिंदु:
थीम: फार्मासिस्ट: एज द एडवोकेट ऑफ वैक्सीनेशन।
लक्ष्य: 2027 तक देश में 25,000 जन औषधि केंद्र खोलने का संकल्प।
संदेश: डॉक्टर और फार्मासिस्ट एक ही सिक्के के दो पहलू।
खबर विस्तार से:
मोतिहारी के सीकरीया फार्मेसी कॉलेज में सात दिनों से चल रहे उत्साह का कल पुरस्कार वितरण के साथ समापन हुआ। मुख्य अतिथि डॉ. आशुतोष शरण ने कहा कि आज के दौर में फार्मासिस्ट टीकाकरण के प्रति समाज को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
भाजपा नेता यमुना कुमार सीकरीया ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जन औषधि केंद्रों के माध्यम से सस्ती दवाओं की उपलब्धता स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति ला रही है। कार्यक्रम के दौरान कॉलेज परिसर रंग-बिरंगी रंगोलियों से सजा रहा और मेधावी छात्रों को मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रो. चन्द्रभूषण पाण्डेय, डॉ. हीना चंद्रा और प्राचार्या प्रीति दुबे सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।







