
स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार |
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि, जिन लोगों के घर बाढ़ या बारिश में नष्ट हो गए हैं, उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत नए मकान दिए जाएंगे। साथ ही, बर्बाद हुई फसलों का सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा भी प्रदान किया जाएगा। मंगलवार को औरैया में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करने और हालात का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक और प्रमाणपत्र भी सौंपे। इससे पहले उन्होंने औरैया और आगरा के बीच प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।
ककोर स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि प्रदेश के 21 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। यमुना नदी का जलस्तर सामान्य खतरे के निशान 113 मीटर से साढ़े चार मीटर ऊपर पहुंच गया, जिससे औरैया के 12 गांवों के 5000 से अधिक परिवार सहित इटावा, जालौन और आगरा के तटीय इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। इस दौरान उन्होंने "एक पौधा, मां के नाम" अभियान के तहत पौधारोपण भी किया।
सीएम ने बताया कि राहत कार्यों के लिए बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ की 16, एसडीआरएफ की 18 और पीएसी फ्लड यूनिट की 31 टीमें तैनात हैं। सभी जिलों में प्रभारी मंत्रियों को राहत कार्यों की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है और 1250 से अधिक नौकाओं से प्रभावित क्षेत्रों में आवागमन सुनिश्चित किया गया है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षित स्थानों पर भोजन, पानी और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। घरों में रह रहे लोगों को सूखा राशन किट दी जा रही है, जिसमें 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, आलू, दाल, तेल आदि शामिल हैं। साथ ही पशुओं के लिए चारे की भी व्यवस्था की गई है।